Edited By Kalash,Updated: 21 Jun, 2025 12:11 PM

मनीमाजरा एन.ए.सी. में चल रहे स्पर्श स्पा सैंटर में गुप्त कैमरे का मामला प्रकाश में आया है।
चंडीगढ़ (परीक्षित सिंह): मनीमाजरा एन.ए.सी. में चल रहे स्पर्श स्पा सैंटर में गुप्त कैमरे का मामला प्रकाश में आया है। स्पा सैंटर में लगे गुप्त कैमरों का भांडा तब फूट गया, जब ऑनलाइन बुकिंग के बाद महिला बुधवार को सैंटर में पहुंची थी। संचालक ने महिला को कैबिन में कपड़े बदलकर तैयार होने के बाद स्टाफ को भेजने का कहा। महिला कपड़े बदल रही थी कि कैबिन में कैमरा लगे होने का संदेह हुआ। महिला ने सूझ-बूझ का इस्तेमाल कर कपड़े बदलन से पहले मोबाइल के कैमरे और ऐप की मदद से कैबिन चैक किया तो एक कैमरा नजर आया। इसके बाद महिला ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने स्पा सैंटर के अलग-अलग कैबिनों से दो गुप्त कैमरे जब्त किए। मनीमाजरा थाना पुलिस ने सारंपुर थान क्षेत्र की रहने वाली महिला की शिकायत पर आरोपी स्पा सेंटर संचालक संदीप बावा के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर छोड़ दिया है।
नवम्बर, 2023: पी.जी. के बाथरूम में लगाया या कैमरा
नवम्बर, 2023 में चंडीगढ़ के सैक्टर-22 स्थित एक पी.जी. मॅलड़की ने अपनी ही दोस्तों का न्यूड वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए वॉशरूम में हिडन कैमरा लगा रखा था। लड़की को शक हुआ तब उसने बताया कि बॉयफ्रेंड के कहने और के रल स्टोरी फिल्म से आइडिया लेक र वॉशरूम में कैमरा लगाया था। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया था।
स्टाफ पर नजर रखने के लिए लगाया था कैमरा
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि गुप्त कैमरे रिकार्डिंग के लिए नहीं, बल्कि कैबिन के अंदर स्टाफ पर नजर रखने के लिए लगा रखे थे। पुलिस के मुताबिक जब्त कैमरों को रिकार्डिंग के लिए डी.वी.आर. से जोड़ नहीं रखा था। कैबिन में लगे कैमरों से केवल लाइव तस्वीरें ही देखी जा सकती थी। हालांकि इस तरह की तरह की जगह और चैजिंग रूम में गुप्त कैमरे लगाना अपराध है। इसके चलते आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।
ऐसे लगाया जा सकता है छिपे कैमरों का पता
स्मार्टफोन के कैमरे को चालू करें और कमरे में उन जगहों पर घुमाएं, जहां कैमरा छिपा हो सकता है, जैसे स्मोक डिटेक्टर, अलार्म क्लॉक, एयर वैट और मीरर। कोईइन्फ्रारेड लाइट या चमक दिखाई दे, तो छिपे कैमरे का संकेत हो सकता है।
कमरे की लाइट बंद कर, फ्लैशलाइट का उपयोग करें और परावर्तक सतहों (जैसे मीरर) को स्कैन करें। चमक या लैस जैसा प्रतिबिंब दिखाई दे, तो कैमरा हो सकता है।
कैमरों में लाल या हरे रंग की एल.ई.डी. लाइटें होती हैं जो कम रोशनी में चमकती हैं, उन पर भी ध्यान दें।
कई छिपे वायरलैस कै मरे वाई-फाई नैटवर्क से कनैक्ट होते हैं। स्मार्टफोन के वाई-फाई सैटिंग्स में नैटवर्क की सूची जांचें। अजीब या अज्ञात नैटवर्क नाम दिखाई देता है, तो छिपे कैमरे से जुड़ा हो सकता है।
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