Edited By Kamini,Updated: 07 Jul, 2025 03:13 PM

ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिससे लोगों का सफर और भी आसान हो जाएगा।
पंजाब डेस्क : ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिससे लोगों का सफर और भी आसान हो जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत में अगली पीढ़ी के ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए एक महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की है। इस योजना में शहरी क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक रैपिड ट्रांसपोर्ट, हाइपरलूप तथा दूरदराज और दुर्गम इलाकों में रोपवे, केबल बसें और फनिक्युलर रेल्वे जैसे अत्याधुनिक विकल्प शामिल किए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत का ट्रांसपोर्ट क्षेत्र बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जैसे कि ट्री बैंक, मोबाइल आधारित ड्राइविंग टेस्ट और 11 प्रमुख वाहन निर्माताओं द्वारा फ्लेक्स-फ्यूल इंजन की शुरुआत पाइपलाइन में है। एजेंडे में 25,000 किलोमीटर के टू-लेन राजमार्गों को फोर-लेन में बदला जाएगा, प्रमुख मार्गों पर इलेक्ट्रिक रैपिड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क स्थापित किया जाएगा और सड़क निर्माण की गति को 100 किलोमीटर प्रतिदिन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। गडकरी ने कहा कि हम देश में यात्रा के तरीके को पूरी तरह से बदलने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। हमारा ध्यान केवल महानगरों पर नहीं, बल्कि दूर-दराज के ग्रामीण और दुर्गम इलाकों पर भी है।”
सरकार केदारनाथ समेत देशभर के 360 स्थानों पर रोपवे, केबल कार और फनिक्युलर रेलवे सिस्टम विकसित कर रही है। इनमें से 60 प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू भी हो चुका है। फनिक्युलर रेलवे एक ऐसी प्रणाली है जो पहाड़ी इलाकों में लोगों और सामान को ऊपर-नीचे लाने के लिए लिफ्ट और रेल तकनीकों का संयोजन करती है। इन परियोजनाओं की लागत 200 करोड़ रुपये से लेकर 5,000 करोड़ रुपये तक है। एक बार ये प्रोजेक्ट्स पूरे हो गए, तो यह भारत की तस्वीर बदल देंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले एक साल में भारत के राजमार्ग अमेरिकी सड़कों के मानकों और गुणवत्ता के बराबर हो जाएंगे।
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