Edited By Vatika,Updated: 19 Apr, 2025 11:14 AM

फैसले ने हजारों लोगों के सिर पर मुसीबत का पहाड़ खड़ा कर दिया है।
पंजाब डेस्कः पंजाब सरकार की ओर से सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी (वन्यजीव अभयारण्य) के पास बस 8 गांवों के लिए 3 किलोमीटर तक ईको सैंसिटिव जोन करने के फैसले ने हजारों ग्रामीणों के सिर पर मुसीबत का पहाड़ खड़ा कर दिया है।
इस संबंध में पंजाब भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विनीत जोशी ने कहा कि यह फैसला लोगों के घर, दुकानें, गोशालाएं, धार्मिक स्थल और रोजार छीनने वाला है। जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में 12 अप्रैल को हुई कैबिनेट बैठक में वन विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जिसमें शिव नगर नाडा (सिंघा देवी), बड़ी करोरा, टांडी, टांडा काने का बाड़ा, मसोल सहित 8 गांवों के लिए ई.एस.जेड की सीमा 1 से 3 किलोमीटर तक कर दी गई है। इससे इन गांवों में नया निर्माण तो दूर, खेती करना भी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लापरवाही से लिया गया फैसला बसे-बसाए 8 गांव उजाड़ देगा।