Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Aug, 2017 11:41 AM
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भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्तियां जला कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
जालंधर (पाहवा): भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्तियां जला कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
मोर्चे के नेताओं ने कहा कि 9 अगस्त का दिन इतिहास में दर्ज है। आज के ही दिन देश की आजादी की नींव रखी गई। द्वितीय विश्व युद्ध के समय आंदोलन शुरू किया गया। इस आंदोलन का मुख्य विषय भारत से ब्रिटेन साम्राज्य को समाप्त करना था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा किए गए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बॉम्बे अधिवेशन से शुरू किया गया। 8 अगस्त, 1942 की शाम मुम्बई सत्र में इसे अंग्रेजों भारत छोड़ो का नाम दिया गया।
हालांकि तभी महात्मा गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन देश के नौजवान क्रांतिकारियों ने आंदोलन को जीवित रखा। भारत छोड़ो आंदोलन सही मायने में एक जनांदोलन था, जिसमें लाखों हिंदोस्तानी शामिल थे। इस आंदोलन ने बड़ी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया। उन्होंने अपने कॉलेज-यूनिवर्सिटी छोड़ जेल का रास्ता अपनाया। अंत में 15 अगस्त, 1947 को देश को आजादी नसीब हुई और इस आंदोलन का मकसद पूरा हुआ।