Edited By Vatika,Updated: 02 Nov, 2018 09:23 PM
अमृतसर रेल हादसे की चल रही जांच में आज शुक्रवार को अपना पक्ष रखने के लिए नवजोत कौर सिद्धू इंप्रूवमेंट कार्यालय पहुंची हालांकि उनके पति मंत्री नवजोत सिद्धू अपना पक्ष रखने के लिए नहीं आए। उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि वह अभी बाहर गए हैं इसलिए वह जांच...
अमृतसर: अमृतसर रेल हादसे की चल रही जांच में आज शुक्रवार को अपना पक्ष रखने के लिए नवजोत कौर सिद्धू इंप्रूवमेंट कार्यालय पहुंची हालांकि उनके पति मंत्री नवजोत सिद्धू अपना पक्ष रखने के लिए नहीं आए। उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि वह अभी बाहर गए हैं इसलिए वह जांच में अपना पक्ष रखने के लिए नहीं आ सकते।
नवजोत कौर ने कहा कि यह प्रक्रिया का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। मेरे बारे में कई झूठे तथ्यों की सूचना दी गई है। जांच के बाद सच सामने आ जाएगा। जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ को इस मामले में सरकार को चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी है। उन्होंने सिद्धू दंपति को पूछताछ करने के लिए समन भेजे थे।
ये है मामला
जौड़ा फाटक के निकट हुए रेल हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 70 से ज्यादा लो घायल हो गए थे। जब रेललाइन के निकट विजयदशमी पर्व पर रावण का पुतला जलाया जा रहा था। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, बच्चे और लोग यह देख रहे थे। वे सभी इस बात से बिल्कुल बेखबर थे कि कुछ पल में ही उनका हर्षोल्लास मातम में बदल जाएगा। तभी वहां जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू रेलगाड़ी तेज गति से गुजरी और उसने पटरी पर खड़े होकर रावण-दहन का नजारा देख रहे लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इन लोगों को पटाखों की आवाज में रेलगाड़ी के आने का एहसास तक नहीं हुआ। इस दौरान अनेक लोग रावण का पुतला दहन होने का दृश्य अपने मोबाइल कैमरों में कैद करने में मशगूल थे और अचानक रेलगाड़ी ने उन्हें लील लिया।