Edited By Vatika,Updated: 14 Dec, 2024 04:17 PM
किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे आपको मुसीबत में डाल सकते हैं।
फगवाड़ा (जलोटा): सावधान कहीं आपको भी 375, 371, 381, 563, 370, 255 इत्यादि कोड वाले नंबरों से मोबाइल पर अज्ञात लोगों के गुमनाम साइलैंट फोन तो नहीं आ रहे है? यदि ऐसा है तो आप अत्याधिक सावधान हो जाएं क्योंकि की यह आपके साथ बड़ा धोखा होने की शुरूआत हो सकती है? जानकारी अनुसार हाल ही में इसी प्रकार के नंबरों से अज्ञात लोगों द्वारा साइलैंट फोन किए जा रहे हैं। जानकारों की राय में ऐसे अज्ञात साइलैंट फोन विदेशों में खासकर, सर्बिया, बेलारूस, लाटिवा, वालपारीसो, विलन्यूस, तंजानिया इत्यादि में साइबर ठगों द्वारा मासूम लोगों को टारगेट कर किए गए हो सकते है।
ऐसा फोन आने के उपरांत यदि व्यक्ति इनको मोबाइल फोन उठाकर जवाब देता है या चुपचाप फोन के हैंग होने पर दूसरी ओर से किसी के बोलने का इंतजार कर रहा है तो यह महज 3 सेकंड में आपके फोन को हैक कर इसमें मौजूद बैंक खाते की डिटेल इत्यादि जिसमें क्रैडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग सभी शामिल है को खाली कर सकते हैं। इसी प्रकार यदि कोई अज्ञात व्यक्ति आपको प्त90 अथवा प्त09 आपके मोबाइल फोन पर दबाने के लिए भांति प्रकार के तरीके अपना शब्दों के मकड़जाल में फांस ऐसा आग्रह करता है तो इसे कदापि न करें क्योंकि यह नया तरीका शातिर ठगों द्वारा आपके सिम कार्ड को हैक करने में प्रयोग किया गया हो सकता है।इस दौरान ऐसे शातिर ठग सॉफ्टवेयर के माध्यम से सिम कार्ड को कापी करने करने के उपरांत आपके कापी किए गए सिम का प्रयोग कर किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे आपको मुसीबत में डाल सकते हैं।
इसलिए बेहतर होगा कि आप सतर्क रहें और यदि आपको अज्ञात लोगों द्वारा साइलैंट अथ्वा मिस्ड कॉल बार-बार इन्हीं नंबरों से अथवा किसी एक विशेष नंबर से आ रही है तो उसे किसी भी सूरत में उठाने का जोखिम न लें और इसे तुरंत ब्लॉक कर दें और इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों अथवा पुलिस के साइबर सैल को दें अन्यथा ऐसा न हो कि आपकी गाढ़ी कमाई और बैंक में मौजूद बैंक खातों को यह साइबर ठग पलक झपकते ही साफ कर जाए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अज्ञात लोगों से आती काल से अत्याधिक सावधान रहें और इनसे बचे। मामले को लेकर पंजाब केसरी से बात करते हुए कई सीनियर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान युग में साइबर ठगियां होना आम बात होती चली जा रही है। पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस के पास रोजाना साइबर ठगी के शिकार हो रहे लोगो के अनेक मामले आ रहे है जिसकी जांच साइबर सैल द्वारा की जा रही है।
गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए वह इसकी डिटेल शेयर नहीं करेगें। कई मामले ऐसे है जहां शातिर ठगों द्वारा लोगो के मोबाइल फोन पर मौजूद निजी डाटा जिनमें फोटो, वीडियो आदि शामिल है को कापी कर इनको तंग परेशान कर बदले में मोटी रकमे मांग ब्लैकमेल करने के भी है। हालांकि ज्यादातर मामलों में ठगी का शिकार वह मासूम लोग हो रहे है जो अज्ञात लोगों पर विश्वास कर उनको अपने फोन पर आने वाले ओ.टी.पी. आदि शेयर कर देते है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि बेहतर होगा कि अज्ञात लोगों से जनता मोबाइल फोन पर इनकी आती काल से अत्याधिक सावधान रहें और इनसे बचे। ठगी होने की सूचना पुलिस को तुरंत दें।