Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 07:27 PM
पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (आप) ने दलितों के मुद्दे पर सोमवार विधानसभा का वाकआउ...
चंडीगढ़: पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (आप) ने दलितों के मुद्दे पर सोमवार विधानसभा का वाकआउट किया। शून्यकाल समाप्त होते ही प्रतिपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने दलितों के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह को स्थगन प्रस्ताव दिया था जिसे नामंजूर कर दिया गया।
इसी के विरोध में वे सीटों से खड़े हो गए और सरकार विरोधी पोस्टर्स दिखाते हुए नारेबाजी करते सदन से वाकआउट कर गए और जल्द ही लौट आए तथा राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पर जारी बहस में भाग लिया। आप पार्टी के सदस्यों का कहना था कि यह सरकार दलितों के हकों को मार रही है। उसे मिलने वाला आटा दाल, शगुन सहित अन्य स्कीमों के तहत मिलने वाला लाभ बंद कर दिया । सरकार ने चुनाव से पहले दलित लोगों से किए कर्ज माफी से लेकर कई वादे अब तक पूरे नहीं किए हैं। सरकार ने उन्हें लुभावने वादे करके वोट तो ले लिए लेकिन सरकार को बने एक साल पूरा हो गया वे सरकार की तरफ आस भरी नजरों से देख रहे हैं। जबकि सरकार उनकी समस्याओं को लेकर सदन में चर्चा तक नहीं कराना चाहती।