Edited By Radhika Salwan,Updated: 06 Jun, 2024 07:16 PM
लंबी के गांव कखांवाली में चुनाव के दिन कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए बूथ को चुनाव के 3 दिन बाद न हटाए जाने से नाराज आम आदमी पार्टी के सरपंच पार्टी ने अपने साथियों के साथ मिलकर दो भाइयों पर हमला कर दिया।
मलोट: लंबी के गांव कखांवाली में चुनाव के दिन कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए बूथ को चुनाव के 3 दिन बाद न हटाए जाने से नाराज आम आदमी पार्टी के सरपंच पार्टी ने अपने साथियों के साथ मिलकर दो भाइयों पर हमला कर दिया। एक की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। इस मामले में लंबी पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर सरपंच दलीप राम समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इस संबंध में कखांवाली निवासी गुरुमीत राम के पुत्र गुरजंट राम ने पुलिस को दिए लंबे बयान में कहा है कि मतदान के दिन उनके चाचा मंजीत राम के घर के सामने कांग्रेस पार्टी का बूथ लगा था। आम आदमी पार्टी से जुड़े हरबंस राम के बेटे सरपंच दलीप राम ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने मुद्दई के चाचा मंजीत राम और पिता गुरुमीत राम से कहा कि आप अपने घर के पास कांग्रेस का बूथ नहीं लगने दें। गुरुमीत राम और उनके भाई मंजीत राम ने कहा कि बूथ तो बन चुका है।
इस बात पर दिलीप राम सरपंच नाराज होकर चले गये और कहा कि उसने उनके कहने पर कांग्रेस का बूथ नहीं हटाया। इसका नतीजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। 4 जून को जब करीब 6:30 बजे शाम को मुद्दई का पिता गुरुमीत रास और चाचा मनजीत राम घर में मौजूद थे। इस अवसर पर हरबंस राम के पुत्र दलीप राम सरपंच, उसका भाई मलकीत राम, हंसा के पुत्र बूटा राम, मलकीत राम के पुत्र संदीप राम, हरबंस राम के पुत्र संदीप राम, कश्मीरी राम के पुत्र गगनदीप राम, शंकर राम के पुत्र बूटा राम , बूटा राम पुत्र हंसा राम, हरबंस सिंह पुत्र मल्ल सिंह, हैप्पी पुत्र सतपाल, सभी ग्रामीण घातक हथियारों से लैस होकर चिल्लाते हुए मंजीत राम के घर में घुस गये।
दलीप राम सरपंच ने ललकारते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस बूथ बनाने का पता बताओ। सभी ने हथियार से हमला कर मुद्दई के पिता गुरुमीत राम व चाचा मंजीत राम को घायल कर दिया। मुद्दई और उसका परिवार घायलों को लम्बी अस्पताल ला रहे थे, लम्बी गाँव के पास, उक्त सभी लोग अपने साथ जसवीर सिंह, टीना पुत्र बोघा सिंह, हर्षपिंदर सिंह पुत्र हरदीप सिंह, रमेश कुमार पुत्र मंहगा राम, अमृतपाल सिंह पुत्र स्वर्ण सिंह पांचों को लेकर आए और फिर से गुरमीत राम और मंजीत राम को जान से मारने की नियत से अधिक चोटें पहुंचाईं। इसके बाद हमलावर भाग निकले।
परिजनों ने गुरमीत राम और मंजीत राम को सरकारी अस्पताल लांबी में भर्ती कराया। चोटें अधिक होने के कारण डॉक्टर ने दोनों को इलाज के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया। इलाज के दौरान अधिक चोट लगने के कारण 50 वर्षीय गुरुमीत राम की रात में मौत हो गयी, जबकि मंजीत राम को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इस मामले में लंबी पुलिस ने मुद्दई के बयान पर 14 हमलावरों के खिलाफ हत्या, इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उधर, मृतक के परिवार ने गुरुमीत राम का अंतिम संस्कार नहीं किया है और चेतावनी दी है कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लेती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।