किसान आंदोलन: केंद्र को घेरने के लिए 50 हजार किसान-मजदूर 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रवाना

Edited By Tania pathak,Updated: 11 Dec, 2020 04:22 PM

50 thousand farmer laborers leave in 700 tractor trolleys

शुक्रवार को 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में करीब 50 हजार किसानों-मजदूरों ने अमृतसर से दिल्ली की ओर कुछ किया है। इनका कहना है कि अब केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरे देश के रेलवे ट्रैकों को भी जाम किया जाएगा।

पंजाब: केंद्र के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 17वां दिन है लेकिन कृषि कानूनों खिलाफ किसान जत्थेबंदियां एक कदम भी पीछे हटती दिखाई नहीं दे रही है। पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार और किसानों के बीच में जारी तनातनी हर दिन आक्रमक होती जा रही है। बैठकों में कोई नतीजा न आने से और केंद्र के रवैये के कारण किसान जत्थेबंदियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है। 

PunjabKesari

मोदी सरकार द्वारा लागू किए कृषि बिलों के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे किसान अपनी इस बात पर अड़े हुए है कि जब तक बिल वापिस नहीं लिया जाता वो अपने घर नहीं जाएंगे। इस आंदोलन के लिए किसान संगठनों द्वारा पूरे देश से भोजन, कंबल, जरूरी दवाएं, और अन्य सेवाओं के लिए लोगों का भारी सहयोग मिल रहा है। 

PunjabKesari

इसी के चलते शुक्रवार को 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में करीब 50 हजार किसानों-मजदूरों ने अमृतसर से दिल्ली की ओर कुछ किया है। इनका कहना है कि अब केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरे देश के रेलवे ट्रैकों को भी जाम किया जाएगा।

PunjabKesari

आज दोपहर बाद तक किसानों का जत्था जालंधर पहुंच चुका था। जालंधर-अमृतसर हाईवे पर इतनी भारी संख्या में किसानों का जमावड़ा लगने से सड़कों पर लंबी कतारें लग गई है। किसान संगठन दिल्ली कूच करने से पहले दरबार सहिब में नमस्तक हुए। रोजाना हजारों की संख्या में किसान जत्थेबंदियां दिल्ली में सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है। गौरतलब है कि केंद्र द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा तेजी से आक्रमक हो रहा है। इस आंदोलन के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

Related Story

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!