Edited By Urmila,Updated: 10 Aug, 2024 03:20 PM
थाना सुभानपुर की पुलिस ने आढ़ती पर गोली चलाने की वारदात को अंजाम देने के दर्ज मामले में कार्रवाई करते हुए मामले में वांछित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
कपूरथला: थाना सुभानपुर की पुलिस ने आढ़ती पर गोली चलाने की वारदात को अंजाम देने के दर्ज मामले में कार्रवाई करते हुए मामले में वांछित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरों आरोपियों के खिलाफ थाना सुभानपुर में मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त मामले संबंधी जिला पुलिस लाइन में आयोजित प्रैस वार्ता को संबोधित करते हुए एस.पी. (डी) सरबजीत राय व डी.एस.पी. भुलत्थ सुरिन्दरपाल धोगड़ी ने बताया कि एस.एस.पी. कपूरथला वत्सला गुप्ता के आदेशों पर कार्रवाई करते हुए उक्त मामले में थाना सुभानपुर की पुलिस द्वारा टीमें बना कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
इसी दौरान मिली गुप्त सूचना के आधार पर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने नाम शरनदीप सिंह उर्फ शरन पुत्र सुखविनदर सिंह, हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पुत्र कशमीर सिंह, प्रभजोत सिंह उर्फ प्रभु पुत्र हरविन्दर सिंह व मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना पुत्र सुरिन्दर सिंह सभी निवासी गांव संगोजला, थाना ढिलवां, जिला कपूरथला बताया।
पूछताछ के दौरान शरनदीप सिंह उर्फ शरन ने बताया कि उसकी बुआ के लड़के अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत पुत्र राजपाल सिंह निवासी बामूवाल थाना सुभानपुर कपूरथला ने हमारा सम्पर्क मनरूप सिंह निवासी अमेरिका के साथ व्हाट्सएप काल के द्वारा करवाया, जिसने हमें लखविन्दर सिंह मल्ली आढ़तियां का कत्ल करने की सुपारी दी और इसके बदले में 1,50,000 रुपए और हथियार भी मुहैया करवाने की बात कही।
इसी दौरान मनरूप सिंह ने कुछ दिनों के पश्चात अमृतपाल के हाथ शरनदीप सिंह उर्फ शरन और उसके साथियों को 15,000 रुपये एडवांस भेजे, जो कि इन चारों ने आपस में बांट लिए। इसके बाद मनरूप सिंह ने अमृतपाल को बताया कि गांव कूका तलवंडी गुरुद्वारा व श्मशानघाट नजदीक बांध पर बोरे में लपेट कर पिस्तौल रखी है, जिस पर अमृतपाल सिंह ने अपने मामे के लड़के शरनदीप सिंह उर्फ शरन व प्रभजोत सिंह उर्फ प्रभु ने बताई हुई जगह पर जाकर उक्त पिस्तौलें हासिल की और शरनदीप सिंह इन हथियारों को अपने घर में आया।
इसके बाद शरनदीप सिंह ने अपने साथियों के साथ लखविन्दर सिंह उर्फ मल्ली आढ़तियां की रैकी करनी शुरू कर दी तथा 29 जून 2024 को उक्त चारों नौजवानों ने अपने मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव संगोजला से मिर्जापुर को चले गए और मिर्जापुर के बाहर 3 युवक मोटरसाइकिल से उतर गए और शरनदीप सिंह उर्फ शरन जो कि लखविन्दर सिंह मल्ली की हवेली के बारे में पता करने लग पड़ा, जहां लखविन्दर सिंह मल्ली का लडक़ा मिला, जिसको लखविन्दर सिंह मल्ली केबारे में पूछा, जिसने बताया कि उसका पिता नडाला में अपनी आढ़त की दुकान पर गया। फिर उक्त चारों युवक लखविन्दर सिंह मल्ली की आढ़त की दुकान पर चले गए तथा उसके साथ फसल संबंधी बातचीत करने लग पड़े और नडाला मंडी में एक ओर खड़े होकर लखविन्दर सिंह मल्ली के निकलने का इंतजार करने लग पड़े।
रात करीब 8.15 बजे जब लखविन्दर सिंह मल्ली अपनी आढ़त की दुकान से मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव मिर्जापुर को जा रहा था तो उक्त चोरों युवकों ने अपने उसका पीछा किया। जब वह दलजीत सिंह के फार्म के पास पहुंचे तो इन युवकों ने अपना मोटरसाइकिल लखविन्दर सिंह के बराबर कर लिया और शरनदीप सिंह उर्फ शरन ने लखविन्दर सिंह मल्ली के गोली मार दी, जो उसके पेट में जा लगी और पिछले से निकल गई।
लखविन्दर सिंह मल्ली द्वारा शोर मचाने पर उक्त चोरों युवक मोटरसाइकिल व हथियार सहित फरार हो गए। इसके बाद शरनदीप सिंह उर्फ शरन ने मनरूप सिंह यू.एस.ए. को गोली मारने की सूचना दी, तो मनरूप सिंह ने इनको 40,000 रुपए वैस्टर्न यूनियन के द्वारा भेजे, जो अमृतसर से निकलवाए। फिर मनरूप सिंह ने इनको विभिन्न तिथियों में कुल 74000 रुपए लखविन्दर सिंह उर्फ मल्ली को मारने की वारदात को अंजाम देने के लिए भेजे थे। एस.पी (डी) सरबजीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में शामिल ओर भी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
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