Edited By Anjna,Updated: 28 May, 2018 12:32 PM
एक तरफ जहां पंजाब सरकार ने भू-जल स्तर को बचाने के लिए धान की बिजाई 20 जून से करने का आदेश किसानों को दिया है, वहीं दूसरी तरफ इस फैसले के विरोध में 7 किसान हितैषी संगठनों ने बगावत कर दी है।
मोगा (गोपी राऊंके): एक तरफ जहां पंजाब सरकार ने भू-जल स्तर को बचाने के लिए धान की बिजाई 20 जून से करने का आदेश किसानों को दिया है, वहीं दूसरी तरफ इस फैसले के विरोध में 7 किसान हितैषी संगठनों ने बगावत कर दी है। मौजूदा हालात में किसान संगठनों व पंजाब सरकार के मध्य टकराव की स्थिति बनने लगी है। यदि दोनों ही गुट अपने-अपने फैसलों पर अडिग रहे तो मामला और गर्मा सकता है।
पहले भी भटक चुके हैं किसान : बल्लौर
भारतीय किसान यूनियन के कैशियर बल्लौर सिंह घल्लकलां ने कहा कि गत वर्ष 2017 के दौरान सरकार की ओर से धान की बिजाई 15 जून से करने के आदेशों को किसानों ने माना, लेकिन जब धान पककर मंडियों में गया तो किसानों को 15-15 दिन मंडियों में भटकना पड़ा क्योंकि तब सर्दी होने के कारण धान में से नमी नहीं गई। सरकार को किसानों की मुश्किलों का ध्यान भी रखना चाहिए।