Edited By swetha,Updated: 13 Jan, 2019 10:31 AM
तीन पातशाहियों की चरण स्पर्श ऐतिहासिक धरती तख्तूपुरा साहिब में माघी मेले से एक दिन पहले गांव में किसानों को बड़ी आफत ने घेर लिया।
गांव में से गुजरने वाला सुआ टूटने से किसानों की 100 एकड़ से अधिक फसल पानी में डूब गई लेकिन सूआ टूटने से 11 घंटे बाद...
निहाल सिंह वाला/बिलासपुर(बावा/जगसीर): तीन पातशाहियों की चरण स्पर्श ऐतिहासिक धरती तख्तूपुरा साहिब में माघी मेले से एक दिन पहले गांव में किसानों को बड़ी आफत ने घेर लिया। गांव में से गुजरने वाला सुआ टूटने से किसानों की 100 एकड़ से अधिक फसल पानी में डूब गई लेकिन सूआ टूटने से 11 घंटे बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी राहत कार्य में शामिल नहीं हुआ, जिस कारण सूए में आई दरार और बड़ी होती जा रही है।
इस घटना से पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के तख्तूपुरा साहिब को श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व मौके सुंदर माडल ग्राम गांव के तौर पर विकसित करने के दावों पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। एक दिन पहले ही डिप्टी कमिश्नर मोगा तथा एस.डी.एम. निहाल सिंह वाला सहित उच्चाधिकारियों ने गांव में पहुंचकर विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया था। सूआ टूटने के बाद राहत कार्यों में जुटे पूर्व सरपंच गुरमेल सिंह तख्तूपुरा ने बताया कि आज सुबह करीब 8 बजे सूआ टूटने से इसमें कई फुट दरार आ गई, जिससे किसानों की गेहूं, आलू तथा हरे चारे की फसल पानी में डूब गई। उन्होंने बताया कि किसानों ने अपने तौर पर इस दरार को ठीक करने के लिए प्रयत्न किए, लेकिन सफलता नहीं मिली।उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग तथा प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यान में लाने पर भी 11 घंटे बाद कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। 5 महीने पहले भी इसी जगह पर सुए में दरार आने से सैंकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब गई थी।