Edited By Vatika,Updated: 13 Jun, 2020 06:27 PM
पंजाब व पंजाब भर के लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि पंजाब के पुत्र ,पीएयू के पुर्व स्टूडैंट्स व भूमि माहिर डा रतन लाल को कृषि सैक्टर में शानदार प्राप्तियां
लुधियाना(सलूजा): पंजाब व पंजाब भर के लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि पंजाब के पुत्र ,पीएयू के पुर्व स्टूडैंट्स व भूमि माहिर डा रतन लाल को कृषि सैक्टर में शानदार प्राप्तियां दर्ज करवाने के लिए विश्व स्तरीय सम्मान 2020 का वर्ल्ड फूड प्राइज अवार्ड से निवाजा जा रहा है। उनको यह अवार्ड भोजन उत्पादन के लिए भूमि अधारित कुदरती स्रोतो की संभाल वाला जो मॉडल खेती संसार को दिया,उसके मद्देनजर ही उनका इस पुरस्कार हेतु वर्ल्ड फूड प्राइज फाऊडेंशन ने चुना है।
डा रतन लाल का जन्म पाकिस्तान के कडिय़ाल चक्क में हुआ और हिंद-पाक देशों के अलग होने के बाद यह कैथल हरियाणा के नजदीक पड़ते गांव राजौर में शिफट हो गए। यह तब की बात है जब पंजाब का क्षेत्रफल दिल्लीं तक फैला हुआ था। उस समय ना तों हरियाणा व ना ही हिमाचल था। डा रतन लाल ने 1960 में अपनी ग्रैजूऐशन पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी से पूरी की। उसके बाद इंडियल कौंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च से अपनी शिक्षा व तर्जबे को आगे बढ़ाया। डा रतन लाल ने 1990 में इस बात का खुलासा किया था कि मिट्टी में कार्बन व जैविक मादे की बढ़ौतरी के साथ ना सिर्फ मिट्टी की सेहत अच्छी रहती है। बलकि इससे हवा की कुवालटी भी बेहतर होती है। उन्होंने एशिया,दक्षिण अमरीका व अफरीका में भी भूमि सुधार प्रोग्राम तहत बहुत काम किया। जिसकी धूम दुनियां भर में मची।
वर्ल्ड फूड प्राइज फाऊडेंशन की प्रधान बारबरा सटिनसन ने डा रतन लाल को एक ग्रेटमैन के रूप में सम्मान देते हुए भरपूर पं्रशसा की है। इस समय डा रतन लाल अमरीका की ओहाईओ राज्य यूनिवर्सिटी के कार्बन प्रंबधन केन्द्र के निर्देशक व भूमि विज्ञान के प्रोफैसर के रूप में कार्य कर रहे है। यहां पर यह बता दें कि डा गुरदेव सिंह खुश के बाद डा रतन लाल दूसरे ऐसे वैज्ञानिक है,जिनको वल्र्ड फूड प्राइज मिला है। पीएयू के उप कुलपति डा बलदेव सिंह ढिल्लों ने डा रतन लाल को इस प्राप्ति हेतु मुबारकबाद देते हुए शुभकामनाएं भेंट करते हुए कहा कि इससे पंजाब व पीएयू को भी सम्मान मिला है।