ई-चालान को सफल बनाने में पुलिस के सामने कई दिक्कतें

Edited By Vatika,Updated: 21 Nov, 2019 12:21 PM

many problems in front of the police

शहर की पुलिस द्वारा बीती 15 नवम्बर से 6 चौकों में कैमरों की सहायता से ई-चालान को शुरू तो कर दिया गया है लेकिन इस योजना को सफल बनाने में पुलिस को कई दिक्कतें पेश आ रही हैं।

लुधियाना(सुरिन्द्र): शहर की पुलिस द्वारा बीती 15 नवम्बर से 6 चौकों में कैमरों की सहायता से ई-चालान को शुरू तो कर दिया गया है लेकिन इस योजना को सफल बनाने में पुलिस को कई दिक्कतें पेश आ रही हैं। पुलिस द्वारा कैमरों की सहायता से नियम तोडऩे वाले चालकों की बजाय वाहन के रजिस्टर्ड मालिक का चालान किया जा रहा है। पुलिस के सामने अब यह दिक्कत पेश आ रही है कि कई वाहन मालिकों के पते पूरे नहीं व कई लोग मकान छोड़ चुके हैं। पहले दिन भेजे गए 110 चालानों में से ट्रैफिक पुलिस के पास 10 के करीब चालान वापस आ गए। इसके साथ ही शहर में बिना नंबर, अधूरी नंबर प्लेट व खराब हो चुकी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेटों वाले वाहनों के चालान करना भी चुनौती बना हुआ है। 


इन चौकों में शुरू की गई थी योजना
पुलिस द्वारा बीते सप्ताह शहर के ढोलेवाल चौक, माल रोड के एच.डी.एफ.सी. बैंक चौक, पैवेलियन माल के नजदीक पुरानी कचहरी चौक, मिनी सचिवालय, हीरो बेकरी चौक व दुर्गा माता मंदिर चौक में ई-चालान की शुरूआत की गई थी। योजना के तहत चौकों में रैड लाइट जम्प व जैब्रा क्रासिंग का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान चौकों में लगे कैमरों की सहायता से आटोमेटिक ही किए जाने है। चालान को वाहन मालिक के पते पर भेजे जाने की व्यवस्था की गई है, जिन्हें लोग लुधियाना पुलिस की वैबसाइट या नजदीकी सांझ केन्द्र में जाकर भुगत सकते हैं।  

आर.टी.ए. आफिस भी दर्ज कर रहा अधूरे पते
पुलिस को पेश आ रही दिक्कतों के पीछे आर.टी.ए. आफिस काफी हद तक जिम्मेदार है। चाहे कि वाहनों की ऑनलाइन रजिस्टे्रशन का कार्य आटोमोबाइल डीलरों के पास है लेकिन आखिर में आर.सी. जारी करने का अधिकार आर.टी.ए. आफिस के पास है। आर.टी.ए. आफिस द्वारा वाहनों की रजिस्टे्रशन के समय वाहन मालिक का पूरा पता, पिन कोड, मोहल्ला आदि सही दर्ज न करने के कारण डाक विभाग पुलिस द्वारा किए जा रहे ई-चालान को वाहन मालिक तक नहीं पहुंचा पा रहा, जिसके नतीजे में चालान के लिफाफे वापस आ रहे हैं। इसके साथ ही वाहनों को बिना नंबर के बेचने के मामले में आटोमोबाइल डीलरों की दी गई छूट के पीछे भी ट्रांसपोर्ट विभाग ही जिम्मेदार है।  

ऑफलाइन डाटा वालों की मौज
बात लुधियाना की करें तो ट्रांसपोर्ट विभाग ने वाहनों की ऑनलाइन आर.सी. करीब 8 वर्ष पूर्व शुरू की थी। इससे पहले के वाहनों का डाटा आर.टी.ए. आफिस के रजिस्टरों में दर्ज है। ऑफलाइन डाटा वाले वाहन चालकों को मौज लगी हुई है। अगर ऑफलाइन डाटा वाला वाहन जैब्रा क्रासिंग का उल्लंघन या रैड लाइट जम्प करेगा भी तो पुलिस के कैमरे उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। कैमरों की सहायता से ई-चालान सिर्फ ऑनलाइन डाटा वाले वाहनों का ही किया जा सकता है। 

फोन नंबर पता करने के बाद करेंगे सूचित : बराड़
डी.सी.पी. ट्रैफिक सुखपाल सिंह बराड़ का कहना है कि कुछ चालान वापस आए हैं। इन चालानों के मालिकों के फोन नंबर पता करने के बाद उन्हें चालान के बारे में सूचित किया जाएगा। इसके साथ ही फोर्स को विशेष आदेश दिए गए हैं कि गलत नंबर प्लेट वाले वाहनों पर कड़ा एक्शन लें। शहर में बिना नंबर के घूम रहे वाहनों पर लगाम कसने के लिए जल्द ही आटोमोबाइल डीलरों के साथ बैठक कर उन्हें आगाह किया जाएगा कि बिना नंबर के कोई भी वाहन न बेचा जाए।  

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