Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 01:03 PM
मार्च में नगर निगम की कमान सम्भालने से लेकर अब तक कमिश्नर द्वारा किए गए फैसले बदलने बारे बनी लिस्ट में एक और मामला जुड़ गया है। पिछले साल 21 दिसम्बर को सस्पैंड किए बिल्डिंग इंस्पैक्टर गुरविन्द्रपाल लक्की को 12 दिन के भीतर बहाल कर दिया गया है।...
लुधियाना(हितेश): मार्च में नगर निगम की कमान सम्भालने से लेकर अब तक कमिश्नर द्वारा किए गए फैसले बदलने बारे बनी लिस्ट में एक और मामला जुड़ गया है। पिछले साल 21 दिसम्बर को सस्पैंड किए बिल्डिंग इंस्पैक्टर गुरविन्द्रपाल लक्की को 12 दिन के भीतर बहाल कर दिया गया है। कमिश्नर ने 21 दिसम्बर को जारी आदेश के जरिए जोन-डी की बिल्डिंग ब्रांच के इंस्पैक्टर लक्की को लापरवाही बरतने के आरोप में ससपंैड कर दिया था। इस बारे विभागीय सर्कुलर जारी होने के बावजूद लक्की लगातार फील्ड व ऑफिस में पहले की तरह काम करता रहा, जिसे लेकर अटकलें चल रही थीं कि लक्की को पहले जुबानी पर काम करते रहने को कह दिया गया और फिर उस बारे आदेश भी जारी कर दिए गए हैं, लेकिन उनको बाहर नहीं निकाला जा रहा था।इसी बीच बुधवार को यह ऑर्डर जारी भी हो गए, जिसमें लक्की को वॉॄनग देकर बहाल करने का जिक्र है। अब तक पता नहीं चल पाया है कि उसने लापरवाही क्या थी, जिसे लेकर सस्पैंड करने की कार्रवाई को मंजूरी के लिए डायरैक्टर लोकल बॉडीज के पास केस भेजना भी लाजिमी होता है। यह प्रोसीजर तो क्या फॉलो करना था, उसे चार्जशीट तक जारी नहीं की गई। क्लर्क से इंस्पैक्टर बने लक्की का अभी प्रोबेशन पीरियड चल रहा है और इस दौर में कोई भी विभागीय कार्रवाई होने पर प्रोबेशन पीरियड अपने आप 1 वर्ष बढ़ जाता है।
विजीलैंस व सरकार के पास चल रही शिकायतें
इंस्पैक्टर लक्की का विवादों के साथ चोली-दामन एक साथ है, जिसके खिलाफ मिलीभगत कर पहले अवैध निर्माण करवाने और फिर उन पर कार्रवाई न करने के आरोप में सरकार व विजीलैंस को कई शिकायतें पहुंचीं। लोकल बॉडीज विभाग के एडीशनल चीफ सैक्रेटरी सतीश चंद्रा ने पिछले साल 11 सितम्बर को कमिश्नर को लिखे पत्र में कार्रवाई करने को कहा था और विजीलैंस द्वारा शिकायतकत्र्ता के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
एक और आऊट ऑफ कंट्रोल इंस्पैक्टर को है ए.टी.पी. की शह
सूत्रों के मुताबिक जोन-डी में अवैध निर्माणों का गोरखधंधा ए.टी.पी. व इंस्पैक्टरों की कथित मिलीभगत से तहत चल रहा है। चंद्रनगर इलाके में फ्लैटों व मैरिज पैलेसों के बीच बन रहे बैंक्वेट हाल, कालेज रोड की 2 बिल्डिंगों पर आला अफसरों द्वारा आदेश के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी तरह किचलू नगर ब्लाक-ए के रिहायशी इलाके में इलैक्ट्रॉनिक का शोरूम खुल गया है। ए.टी.पी. द्वारा हैबोवाल के इलाके ब्लाक-34 में बन रही 21 बिल्डिंगों बारे पिछले साल 7 नवम्बर को मांगी रिपोर्ट भी अब तक इंस्पैक्टर ने नहीं दी गई है, जबकि जोन-डी में नक्शा पास करवाए बिना थोक के भाव निर्माण होने सहित रिहायशी इलाके में कमर्शियल व नॉन कम्पाऊंडेबल निर्माणों की भरमार लगी है।