Edited By swetha,Updated: 02 Mar, 2019 08:31 AM
डी.एल.आर. दफ्तर कपूरथला रोड जालंधर में उस समय हालात तनावपूर्ण बन गए, जब प्रमोशन का पेपर देने पहुंच कानूनगो और मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के सदस्यों ने पेपर देने से साफ तौर पर मना कर दिया और बायकाट करके डी.एल.आर. को एक मांगपत्र सौंपा।
जालंधर(अमित): डी.एल.आर. दफ्तर कपूरथला रोड जालंधर में उस समय हालात तनावपूर्ण बन गए, जब प्रमोशन का पेपर देने पहुंच कानूनगो और मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के सदस्यों ने पेपर देने से साफ तौर पर मना कर दिया और बायकाट करके डी.एल.आर. को एक मांगपत्र सौंपा। जानकारी के अनुसार पेपर देने पहुंचे यूनियन सदस्यों ने हस्तलिखित पेपर आने से मौके पर ही कुछ देर तक खूब हंगामा भी किया और फिर एक मीटिंग बुलाकर पेपर का बायकाट करने संबंधी सर्वसम्मति से फैसला लिया।
पंजाब कानूनगो एसोसिएशन एवं पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल एसोसिएशन की हंगामी मीटिंग प्रदेश प्रधान परविन्द्र सिंह धालीवाल, प्रदेश जूनियर वाइस प्रधान गुरविन्द्र सिंह विर्क की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में बताया गया कि दोनों यूनियनों की तरफ से बार-बार सरकार से निवेदन किया गया और मांगपत्र भी दिया गया था ताकि उर्दू का पेपर प्रिंट फार्मेट में दिया जाए, न किसी हस्तलिखित रूप में। इसके बाद सरकार ने इस बात को लेकर भरोसा जताया था कि पेपर प्रिंट फार्मेट में ही दिया जाएगा। मगर बड़ी हैरानी वाली बात है कि उर्दू का पेपर नं. 07 को हस्तलिखित ही भेज दिया गया।
किसी व्यक्ति द्वारा उसकी हैंडराइटिंग में लिखा गया पेपर हर कोई आसानी से नहीं पढ़ सकता इसलिए दोनों यूनियनों ने पेपर का बायकाट करने का निर्णय लिया। यूनियनों ने डी.एल.आर. को एक मांगपत्र सौंपा जिसमें रद्द पेपर को दोबारा करवाने की तिथि तय की जाए और इस बार प्रिंट पेपर ही भेजा जाए। इस अवसर पर अन्यों के अलावा गुरतेज सिंह गिल, कुलविन्द्र सिंह, जसविन्द्र सिंह धंजू, नरिन्द्र पाल सिंह कंडा, बलविन्द्र सिंह, संतोख सिंह, रमेश ढींगरा, राजीव खोसला, हरिन्द्र सिंह, रणबीर सिंह, गुरदीप सिंह, कुलवंत सिंह आदि उपस्थित थे।