Edited By Sunita sarangal,Updated: 22 Jan, 2020 11:25 AM
बोर्ड द्वारा जारी पत्र भी वापस करवाया, स्कूल मुखियों को आदेश लागू करवाने के निर्देश
जालंधर(सुमित): जब तक पंजाब में सरकारी स्कूलों के फाइनल एग्जाम नहीं हो जाते तब तक किसी भी अध्यापक से कोई भी नॉन-टीचिंग काम नहीं करवाया जाए। यह निर्देश पंजाब के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने जालंधर में एक मीटिंग के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि इन 2 महीनों में अध्यापक सिर्फ पढ़ाई का काम ही करेंगे और इन आदेशों को पूरे पंजाब में सख्ती से लागू किया जाएगा।
एक दिन पहले ही पंजाब शिक्षा बोर्ड द्वारा भी कोई पत्र जारी करके अध्यापकों को किसी कार्य में लगाने के लिए कहा गया था परंतु वह पत्र भी शिक्षा सचिव द्वारा वापस करवा दिया गया है और स्पष्ट रूप से स्कूल मुखियों को कहा गया कि अध्यापक सिर्फ पढ़ाई करवाएंगे। शिक्षा सचिव जालंधर में सीनियर सैकेंडरी स्कूलों के प्रिंसीपलों, हाई स्कूलों के मुख्याध्यापकों व स्कूल इंचार्जों के साथ आंकड़ा विश्लेषण संबंधी मीटिंग करने के लिए पहुंचे हुए थे।
इसके साथ ही मिशन शत-प्रतिशत के बारे में बात करते हुए उन्होंने सभी स्कूल मुखियों को अच्छे नतीजों के लिए बधाई देने के साथ ही कहा कि सभी मैरिट सूची में जालंधर का नाम और ऊपर आना चाहिए। इसके लिए कुछ और मेहनत करनी पड़ेगी। कृष्ण कुमार ने कहा कि नकल रोकने में हम पूरी तरह कामयाब हो रहे हैं। अब हमें फाइनल परीक्षाओं में हमें चौकन्ना रहना होगा। उन्होंने कहा कि जो स्कूल की प्राप्तियां हैं, का प्रचार स्कूल के बाहर फ्लैक्स लगा कर भी किया जाए। मीटिंग से पहले उन्होंने सरकारी कन्या सी.सै. स्कूल शंकर, सरकारी प्राइमरी स्कूल शंकर, सरकारी सी.सै. स्कूल लोहियां खास, सरकारी सी.सै. स्कूल मक्खू (फिरोजपुर) का दौरा भी किया।
इस अवसर पर डा. जरनैल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी हरिन्द्रपाल सिंह, अनिल कुमार, गुरप्रीत कौर डिप्टी डी.ई.ओ., अशोक कुमार, जसविन्द्र सिंह, चन्द्रशेखर, निर्मल कौर, नवीन कुमार, जतिन्द्र साबी, शिव दयाल, मेजर सिंह, राजीव जोशी सहित शिक्षा विभाग के और अधिकारी भी उपस्थित हुए।