Edited By Vatika,Updated: 17 Nov, 2018 10:42 AM
अपने मेयर कार्यकाल के दौरान शहर की जनता का दिल जीतने वाले पूर्व मेयर सुरेश सहगल एक बार फिर फार्म में हैं। नगर निगम के अधिकारी ने पंगा क्या लिया, पूर्व मेयर फिर से सक्रिय राजनीति में अपना झंडा बुलंद करने निकल पड़े हैं। अंतरिम जमानत मिलने के बाद शहर...
जालंधर (रविंदर, खुराना): अपने मेयर कार्यकाल के दौरान शहर की जनता का दिल जीतने वाले पूर्व मेयर सुरेश सहगल एक बार फिर फार्म में हैं। नगर निगम के अधिकारी ने पंगा क्या लिया, पूर्व मेयर फिर से सक्रिय राजनीति में अपना झंडा बुलंद करने निकल पड़े हैं। अंतरिम जमानत मिलने के बाद शहर में पहुंचे पूर्व मेयर सुरेश सहगल का लोगों ने भगत सिंह चौक में भव्य स्वागत किया।
लोगों के हजूम व खुद का स्वागत देखकर सुरेश सहगल भी गद्गद् नजर आ रहे थे। अपनी आवाज बुलंद करते हुए सुरेश सहगल ने कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है। वह जनता की लड़ाई लड़ रहे थे और भविष्य में भी वह जनता की हर लड़ाई लड़ेंगे। नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। हर मामले में जनता को परेशान किया जा रहा है और बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता, मगर वह जनता को उनका हक दिलाकर रहेंगे। बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों को तो पास कर दिया जाता है, मगर गरीब जनता की छोटी-छोटी बिल्डिंगों के न तो नक्शे पास किए जा रहे हैं और न ही उनको हक दिया जा रहा है। जब तक निगम अधिकारियों की जेब में पैसा नहीं पहुंचता, तब तक आम गरीब जनता को न्याय नहीं मिलता। वह किसी भी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं हैं, मगर वह जनता की लड़ाई लड़ते रहेंगे। शहर में बन रही अवैध बिल्डिंगों की वह पोल खोलकर रहेंगे और जनता के सामने निगम के भ्रष्ट अधिकारियों का काला चिट्ठा खोलेंगे।
गौर हो कि 28 अक्तूबर को फगवाड़ा गेट एरिया में अवैध निर्माण रुकवाने गए इंस्पैक्टर दिनेश जोशी के साथ पूर्व मेयर सुरेश सहगल का विवाद हो गया था। आरोप था कि दिनेश जोशी के साथ सुरेश सहगल ने मारपीट की थी और इसका वीडियो भी वायरल हो गया था। पुलिस ने सुरेश सहगल व बब्बू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। सैशन कोर्ट ने दोनों को जब जमानत नहीं दी तो सुरेश सहगल भूमिगत हो गए थे। सुरेश सहगल की गिरफ्तारी को लेकर निगम कर्मचारी इतने दिनों से हड़ताल पर थे और शहर की जनता इस हड़ताल में पिस रही थी। अब हाईकोर्ट ने सुरेश सहगल को अंतरिम जमानत दे दी है और 13 दिसम्बर तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। 13 दिसम्बर को पुलिस अब हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेगी।