Edited By Vatika,Updated: 21 Sep, 2018 11:41 AM
पिछले 7 दिनों से थाना मकसूदां में हुए 4 बम धमाकों की जांच कर रही विभिन्न एजैंसियों के हाथ अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं लगे हैं। एन.एस.जी., एन.आई.ए. की टीमों ने थाने के इर्द-गिर्द व थाने के भीतर से जांच दौरान कई तरह के सैंपल लिए हैं लेकिन जांच...
जालंधर: पिछले 7 दिनों से थाना मकसूदां में हुए 4 बम धमाकों की जांच कर रही विभिन्न एजैंसियों के हाथ अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं लगे हैं। एन.एस.जी., एन.आई.ए. की टीमों ने थाने के इर्द-गिर्द व थाने के भीतर से जांच दौरान कई तरह के सैंपल लिए हैं लेकिन जांच एजैंसियां (एन.आई.ए. और एन.एस.जी.) यह स्पष्ट नहीं कर पाईं कि इन विस्फोटों के लिए कौन सा विस्फोटक इस्तेमाल किया गया।
पिछले 2 दिन से जालंधर आई हुई एन.आई.ए. की टीम का कहना है कि जांच दौरान लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े मिले हैं और थाने के अंदर बाहर से पूरी वीडियोग्राफी की है। जांच दौरान लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट कुछ दिनों बाद कमिश्नरेट पुलिस को भिजवा दी जाएगी। पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने जहां इंटैलीजैंस चीफ दिनकर गुप्ता को जांच का जिम्मा सौंपा है। वहीं कमिश्नर पुलिस प्रवीण कुमार सिन्हा ने 6 टीमों का गठन कर रखा है। पुलिस के आला अधिकारियों की कई टीम वर्क कर रही हैं। वहीं मकसूदां थाना प्रभारी रमनदीप सिंह ने बताया कि बम धमाकों में पुलिस द्वारा कई संदिग्ध लोगों को राऊंडअप कर पूछताछ की गई है और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है।
शरारती लोगों द्वारा भेजा पत्र कहीं पुलिस को गुमराह तो नहीं कर रहा?
सूत्र बताते हैं कि वारदात के बाद जिस तरह बम धमाकों की जिम्मेदारी भिंडरांवाला टाइगर फोर्स आफ खालिस्तान ने ली थी, इस संबंधी मीडिया कर्मियों को ई-मेल किया गया पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया था। शरारती लोगों का मकसद ऐसे पत्र भेज कर पुलिस की इन्वैस्टीगेशन को दूसरी तरफ मोडऩा भी हो सकता है। फिलहाल पुलिस ई-मेल भेजने वाली आई.डी. की जांच करवा रही है।
सस्पैंड पुलिस मुलाजिमों का कुख्यात तस्करों से लिंक
सूत्र बताते हैं कि मकसूदां बम धमाके वाले दिन थाने में मौजूद जिन सस्पैंड पुलिस मुलाजिमों की चर्चा चल रही है, उनका वेरका मिल्क प्लांट के पीछे पड़ते इलाके के कई कुख्यात तस्करों के साथ ङ्क्षलक है जिनका कनैक्शन नाइजीरियन के साथ था। गढ़शंकर की पकड़ी गई महिला का उक्त इलाके की एक मशहूर तस्कर के साथ संबंध था जिसने फोन कर थाने में पूरी सूचना दी थी।