Edited By Vatika,Updated: 20 Aug, 2018 10:31 AM
केरल में आई बाढ़ के कारण हुए व्यापक जान-माल के नुक्सान को देखते हुए जहां एक तरफ देश में गैर-भाजपा राज्य सरकारों द्वारा केरल सरकार के लिए नकद सहायता व खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है, वहीं भाजपा की राज्य सरकारों ने अभी तक अपने खजानों के मुंह केरल...
जालन्धर(धवन): केरल में आई बाढ़ के कारण हुए व्यापक जान-माल के नुक्सान को देखते हुए जहां एक तरफ देश में गैर-भाजपा राज्य सरकारों द्वारा केरल सरकार के लिए नकद सहायता व खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है, वहीं भाजपा की राज्य सरकारों ने अभी तक अपने खजानों के मुंह केरल पीड़ितों की मदद के लिए नहीं खोले हैं जिस कारण सोशल मीडिया पर भाजपा से संबंधित राज्य सरकारों की जमकर ङ्क्षनदा हो रही है।
सोशल मीडिया में जहां पंजाब की कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार (कांग्रेस) द्वारा केरल को 10 करोड़, तेलगंाना द्वारा 25 करोड़, (तेलंगाना राष्ट्रीय समिति), आंध्र प्रदेश की टी.डी.पी. सरकार द्वारा 5 करोड़, कर्नाटक (कांग्रेस-जे.डी.एस.) द्वारा 10 करोड़, ओडिसा (बीजू जनता दल) द्वारा 5 करोड़, पुड्डुचेरी (कांग्रेस) द्वारा 2 करोड़ तथा दिल्ली की ‘आप’ सरकार द्वारा 10 करोड़ की राशि भिजवाने की बात प्रमुखता से उभर कर सामने आई है तो दूसरी तरफ गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ आदि में स्थित भाजपा की राज्य सरकारों ने अभी तक केरल के पीड़ितों की मदद के लिए कोई नकद सहायता का ऐलान नहीं किया है।
चाहे केंद्र की भाजपा सरकार ने केरल के लिए 500 करोड़ की सहायता भेजने का ऐलान किया है परन्तु सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि भाजपा की राज्य सरकारों को भी इस संबंध में अपने उत्तरदायित्व का पालना करना चाहिए तथा उन्हें भी केरल के पीड़ितों की मदद के लिए खाद्य सामग्री व अन्य सहायता राशि भिजवानी चाहिए।