इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में हुए घपलों पर निकाय मंत्री सिद्धू के ऑफिस की ‘पैनी नजर’

Edited By Vatika,Updated: 25 May, 2018 10:52 AM

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इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में कई बड़े घपले हुए जिन्हें मिलीभगत के चलते दबा दिया गया लेकिन अब निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के दफ्तर की पैनी नजर जालंधर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट में हुए घपलों पर है। सैटिंग के साथ ट्रस्ट ऑफिस से कई प्लाटों की फाइलों को गायब कर...

जालन्धर (पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में कई बड़े घपले हुए जिन्हें मिलीभगत के चलते दबा दिया गया लेकिन अब निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के दफ्तर की पैनी नजर जालंधर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट में हुए घपलों पर है। सैटिंग के साथ ट्रस्ट ऑफिस से कई प्लाटों की फाइलों को गायब कर दिया गया जिसकी जांच होने के बाद कई कर्मचारियों पर इसकी गाज गिरेगी। सूर्या एन्क्लेव के 2 प्लाट कर्मचारियों के गले की फांस बने हुए हैं क्योंकि ऑडिट में उक्त फाइलें फंस चुकी हैं जबकि ट्रस्ट कर्मचारियों ने मिलीभगत के साथ उक्त फाइलों को क्लीयर कर दिया। इसकी शिकायत विजीलैंस के साथ-साथ ट्रस्ट के ई.ओ. को भी भेजी गई है। इसी तरह कई ऐसी शिकायतें हैैं जिसमें पैसे जमा किए बिना नो ड्यू सर्टीफिकेट जारी किया गया। ट्रस्ट में फैले इस भ्रष्टाचार के कारण लोगों का ट्रस्ट की प्रापर्टी की तरफ रुझान कम होता जा रहा है। कई बार हुई नीलामी में ट्रस्ट की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई हैं। फ्लाप शो साबित हो रही नीलामी के कारण ट्रस्ट को आर्थिक रूप से तंगी उठानी पड़़ रही है।

अमृतसर में हुआ 80 करोड़ का घोटाला 
हाल ही में अमृतसर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट में 80 करोड़ का बड़ा घपला सामने आया। इस क्रम में जालंधर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट दफ्तर में तैनात डी.सी.एफ.ए. (डिप्टी कंट्रोलर फाइनांस एंड अकाऊंट्स) दमन भल्ला को सस्पैंड किया गया। इसके साथ-साथ जालंधर में तैनात रहे ई.ओ. अरविंद शर्मा व दयाल चंद गर्ग को भी तब सस्पैंड किया गया। आरोप है कि मिलीभगत के साथ चैकों के माध्यम से पैसे निकलवाए गए। ऐसा घपला जालंधर में भी हुआ हो सकता है इसलिए विजीलैंस के साथ-साथ निकाय विभाग के अधिकारी जालंधर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट पर नजरे गड़ाए हुए हैं।  

मिलीभगत के से हुआ 4.&2 करोड़ का फ्रॉड 
जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की 94.97 एकड़ स्कीम में फर्जी जमीन मालिक खड़े करके 4.32 करोड़ का घपला हुआ। इसमें 4 मुख्य आरोपी बनाए गए हैं। इसमें ट्रस्ट का पटवारी मास्टर माइंड बताया जा रहा है और कई अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है। इस क्रम में कुल 11 लोगों पर मामला भी दर्ज हो चुका है। इस फ्राड केस में ट्रस्ट की कुछ काली भेड़ों का हाथ है जिसके चलते यदि नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा गहनता से जांच करवाई जाए तो कई और तथ्य सामने आएंगे। बताया जाता है कि निकाय विभाग इस पूरे मामले में जांच को रिओपन कर सकता है जिसके चलते भ्रष्ट कर्मचारियों को जांच का डर सताने लगा है। इस क्रम में सितम्बर में & लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।


2 ई.ओ. हुए सस्पैंड, 1 की हुई बहाली
बरनाला इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के फ्राड के मामले में निकाय विभाग द्वारा कई कर्मचारियों को सस्पैंड किया गया है। इसमें आरोप हैं कि बिना काम करवाए पेमैंट जारी कर दी गई। इसमें ई.ओ. जीवन बांसल, ई.ओ. जे. सिंह, एक इंजीनियर व एक अन्य व्यक्ति को सस्पैंड किया गया। इसमें ई.ओ. जीवन बांसल को बहाल करके अमृतसर लगाया गया है। वहीं दूसरे कर्मचारी की बहाली के लिए जोड़-तोड़ कर रहे हैं। सिद्धू ने साफ किया है कि वह निकाय विभाग में भ्रष्टाचार को हावी नहीं होने देंगे, जिसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।  

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