Edited By Vatika,Updated: 06 Dec, 2018 10:00 AM
जिमखाना क्लब की हुई एग्जीक्यूटिव मीटिंग के दौरान क्लब के चुनाव 10 फरवरी को करवाने पर सहमति बनी, इस हिसाब से क्लब चुनावों को अभी 3 महीने का वक्त पड़ा है परंतु चुनावी गहमागहमी अभी से शुरू हो गई है। आज जिमखाना क्लब परिसर में इस बार होने जा रहे चुनावों...
जालंधर(खुराना): जिमखाना क्लब की हुई एग्जीक्यूटिव मीटिंग के दौरान क्लब के चुनाव 10 फरवरी को करवाने पर सहमति बनी। इस हिसाब से क्लब चुनावों को अभी 3 महीने का वक्त पड़ा है परंतु चुनावी गहमागहमी अभी से शुरू हो गई है। जिमखाना क्लब परिसर में इस बार होने जा रहे चुनावों के उपलक्ष्य में पहली औपचारिक बैठक गत दिवस हुई। इसका प्रभाव आने वाले चुनावों में अवश्य पडऩे की सम्भावना है।
गौरतलब है कि 4 साल पहले बनाए गए एक चुनावी नियम के कारण इस बार मौजूदा सचिव संदीप बहल कुक्की सैक्रेटरी पद पर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे क्योंकि कार्यकारिणी पर आधारित बनी एक कमेटी ने उस चुनावी नियम को बदलने के खिलाफ फतवा दिया है। इस फतवे के बाद अब धीरज सेठ भी क्लब के कोषाध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।इस कमेटी में वाइस प्रैजीडैंट राजू विर्क के अलावा एग्जीक्यूटिव सदस्य प्रो. झांजी, शालिन जोशी, एडवोकेट रोहित सूद तथा वरिन्द्र पाल सिंह बाजवा को लिया गया था।
सिक्का ग्रुप ने क्लब आते ही कुक्की ग्रुप के सदस्यों संग एक बैठक की जो काफी सौहार्दपूर्ण तथा खुले माहौल में हुई। बैठक दौरान गोरा ठाकुर तथा धीरज सेठ भी उपस्थित थे। बैठक दौरान चाहे हंसी-मजाक का लम्बा दौर चला परन्तु बार-बार कहा गया कि सभी आपस में मिलजुल कर चुनावों में खड़े हों ताकि क्लब चुनावों के कारण आपसी रिश्तों में खटास न आए। यह बैठक प्री-प्लान थी या संयोगवश हुई अथवा इसे किंगमेकरों ने आर्गेनाइज किया, इसे लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं परन्तु इतना जरूर है कि फिलहाल दोनों ग्रुप अपनी-अपनी शक्ति से लगे हुए हैं। कोई ज्यादा समर्थन मिलने से फूले नहीं समा रहा तो कोई विश्वासघात बारे सोच-सोच कर ही चिंतित है। कुछ भी हो आने वाले क्लब चुनाव दिलचस्प दौर में पहुंचते दिखाई दे रहे हैं।