Edited By Vatika,Updated: 17 Dec, 2018 12:03 PM
डी.ए.सी. में रोजाना सैंकड़ों की गिनती में लोग दूर-दराज के इलाके से अपने-अपने काम करवाने के लिए आते हैं। इस जगह जिले के आला अधिकारियों के दफ्तर हैं। कई महत्वपूर्ण काम यहां बैठकर निपटाए जाते हैं।
जालंधर(अमित): डी.ए.सी. में रोजाना सैंकड़ों की गिनती में लोग दूर-दराज के इलाके से अपने-अपने काम करवाने के लिए आते हैं। इस जगह जिले के आला अधिकारियों के दफ्तर हैं। कई महत्वपूर्ण काम यहां बैठकर निपटाए जाते हैं।
डी.ए.सी. के अंदर ग्राऊंड फ्लोर के अलावा तीन मंजिलों पर अलग-अलग सरकारी दफ्तर हैं। जहां जाने के लिए आम जनता के पास सीढिय़ों के अलावा केवल इकलौती लिफ्ट का ही सहारा है। कई साल पुरानी यह लिफ्ट अपनी मर्जी की मालिक है और पिछले कई सालों से यह प्रशासन की एक नहीं सुनती। जब इसका मन करता है, यह चलती है। वर्ना जनता को मजबूरीवश सीढिय़ों द्वारा ही ऊपरी मंजिलों पर जाना पड़ता है। यहां आने वाले हर किसी के मन में एक ही सवाल पिछले लंबे समय से चल रहा है कि आखिर डी.ए.सी. में नई लिफ्ट न जाने कब लगेगी? महीने में अगर छुट्टियों के दिन निकाल दिए जाएं तो औसतन 20 दिन से अधिक दफ्तर नहीं खुलते। मगर हर महीने किसी न किसी कारणवश कई-कई दिन लिफ्ट बंद ही रहती है।
जानकारों का मानना है कि इसका कई साल पुराना होना और इसका सही रख-रखाव न किया जाना भी इसके बार-बार खराब होने का असली कारण है, जिसका परिणाम है कि डी.ए.सी. में आने वाले दिव्यांगों, बीमार, बुजुर्ग व महिलाओं के लिए लिफ्ट खराब होने की सूरत में ऊपरी मंजिलों पर स्थित दफ्तरों में जाना काफी मुश्किल हो चुका है।