Edited By swetha,Updated: 18 Mar, 2019 08:53 AM
: पिछले दिनों हुई बेमौसमी बरसात के कारण इस समय शहर की लगभग सभी सड़कें टूटी हुई हैं। ऊपर से लोकसभा चुनावों का मौसम है, जिस दौरान टूटी सड़कों का मुद्दा प्रमुखता से उठ रहा है।
जालंधर(खुराना): पिछले दिनों हुई बेमौसमी बरसात के कारण इस समय शहर की लगभग सभी सड़कें टूटी हुई हैं। ऊपर से लोकसभा चुनावों का मौसम है, जिस दौरान टूटी सड़कों का मुद्दा प्रमुखता से उठ रहा है। लोकसभा चुनावों हेतु अकाली दल ने तो अपना प्रत्याशी फाइनल कर दिया है, परंतु कांग्रेस अभी चयन प्रक्रिया से जूझ रही है, फिर भी सांसद की टिकट के दावेदारों की इच्छा है कि नगर निगम जल्द से जल्द शहर में नई सड़कों का निर्माण शुरू करे ताकि कांग्रेस के प्रति लोगों में पैदा हो रही नकारात्मक सोच खत्म हो सके और कांग्रेसी उम्मीदवार को चुनावों में नुक्सान न उठाना पड़े।
दूसरी ओर निगम में जैसे हालात चल रहे हैं, उससे लग रहा है कि शहर में नई सड़कों के निर्माण और पैचवर्क इत्यादि के काम में देरी हो सकती है क्योंकि निगम के अधिकांश स्टाफ की चुनावी ड्यूटी लगा दी गई है। जिस बी. एंड आर. विभाग के कंधों पर शहर की सड़कों को बनाए जाने की जिम्मेदारी है, उस विभाग के मुखिया यानी एस.ई. अश्विनी चौधरी की ड्यूटी भी करतारपुर में लगा दी गई है। पंजाब में चुनाव आखिरी चरण यानी मई महीने में होने हैं। अगर निगम स्टाफ 2 महीने चुनावी ड्यूटी में व्यस्त रहा तो शहर के तमाम विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं।