Edited By bharti,Updated: 10 Aug, 2018 11:51 AM
सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) के पाकिस्तान के साथ संपर्कों का रहस्योद्घाटन हुआ है। सिख फॉर जस्टिस की वैबसाइट...
जालंधर, (धवन): सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) के पाकिस्तान के साथ संपर्कों का रहस्योद्घाटन हुआ है। सिख फॉर जस्टिस की वैबसाइट के पाकिस्तान के साथ लगते संपर्क कायम हैं। सिख फॉर जस्टिस का संचालन कराची से हो रहा है। यह भी देखा गया है कि सिख फॉर जस्टिस से जुड़े कई नेताओं के लिंक पाकिस्तान स्थित वैबसाइट snip.pk website से देखे गए हैं। सिख फॉर जस्टिस से जुड़े नेताओं द्वारा लगातार अलग सिख राज्य खालिस्तान को लेकर अभियान चलाया जा रहा है परन्तु इसके नेता हमेशा पाकिस्तान से संपर्कों को नकारते रहे हैं। कराची स्थित प्री लांसर वैब डिवैल्पर पाकिस्तानी नागरिक आमिर सिद्दीकी की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। माना जा रहा है कि snip.pk website को तैयार करने के पीछे भी सिद्दीकी का ही हाथ है। यह भी माना जा रहा है कि उसके पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी संपर्क हो सकते हैं। इस तरह वास्तव में पाकिस्तान से ही पंजाब में गड़बड़ कराने की साजिशें चल रही हैं खालिस्तान या अलग सिख राज्य को लेकर चलाए जा रहे रैफरैंडम 2020 के पीछे भी पाकिस्तान व उसकी एजैंसियों का हाथ होने की आशंका और बलवती हो गई है। सोशल मीडिया पर सिख नौजवानों को भ्रमित करने की कोशिशें की जा रही हैं। इन नौजवानों को कहा जा रहा है कि वे अपने पासपोर्ट की कापी ईमेल द्वारा भेजें ताकि उन्हें विदेश बुलाने के लिए स्पांसरशिप लैटर भेजा जा सके। अमरीका के एक व्हाट्सएप नम्बर को तैयार किया गया है, जहां उक्त सभी दस्तावेज भेजे जाने हैं। सिख फॉर जस्टिस संगठन द्वारा ही रैफरैंडम 2020 को लेकर कनाडा, अमरीका व इंगलैंड में अभियान चलाया जा रहा है। पंजाब से आने वाले लोगों को 10 से 14 अगस्त तक लंदन में ठहराने की जिम्मेदारी भी सिख फार जस्टिस ने अपने ऊपर ली हुई है। कुल मिलाकर यह मामला काफी गर्मा चुका है।
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र के निर्देशों पर पंजाब पुलिस चौकस
पंजाब के मुख्यमंत्री कै.अमरेन्द्र सिंह के निर्देशों पर पंजाब पुलिस विदेशों से सोशल मीडिया के मार्फत नौजवानों को गुमराह करने की हो रही साजिशों को लेकर सतर्क है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने जहां एक तरफ अलग सिख राज्य का कड़ा विरोध किया है, वहीं पर दूसरी ओर पंजाब के डी.जी.पी. को निर्देश दिए हुए हैं कि राज्य में अमन व शांति को भंग करने वाली शक्तियों से कड़ाई से निपटा जाए। सरकारी सूत्रों ने बताया कि राज्य पुलिस का एक विंग सोशल मीडिया पर पूरी नजर रखकर चल रहा है तथा शांति भंग करने वाले तत्वों पर नजर रखी जा रही है। उनके विरुद्ध पहले ही कई केस भी दर्ज किए जा चुके हैं।