Edited By Updated: 28 Sep, 2016 04:05 PM
कॉम्बीफ्लेम टैबलेट के कुछ बैच की दवा फायदे की जगह नुकसान कर रही है।
जालंधरः कॉम्बीफ्लेम टैबलेट के कुछ बैच की दवा फायदे की जगह नुकसान कर रही है। सेंट्रल ड्रग एंड कंट्रोल अथॉरिटी (सी.डी.एस.ओ.) ने कंपनी को नोटिस जारी किया है जिसके बाद अपनी बैवसाइट पर चार बैचों की दवाओं को संदिग्ध मानते हुए बाजार से नमूने भरने के निर्देश जारी किए हैं। इसे देखते हुए ड्रग अथॉरिटी ने इस टैबलेट के दो बड़े थोक विक्रेताओं के यहां से नमूने जुटाए हैं। यह दवा इंसान की शरीर में जल्दी नहीं घुल रही है। घुलने में समय अधिक लगने से यह दवा आंतों को नुकसान दे रही है।
आमतौर पर इस दवा का बाजार तगड़ा है। हर व्यक्ति आसानी से मैडीकल स्टोर्स से यह दवा खरीदकर खा सकता है। दर्द और बुखार के सीजन में तो यह दवा बड़ी मात्रा में बिक रही है। वैसे डॉक्टरों ने पहले ही इस वायरल बुखार में कॉम्बीनेशन दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। डॉक्टरों के मुताबिक पैरासिटामॉल के साथ कोई भी दवा घातक हो सकती है।
उन दवाओं को खास तौर से खाने पर मना किया जा रहा है जिसमे ब्रूफेन मिला हो। कॉम्बीफ्लेम में पैरोसिटामॉल के साथ ब्रूफेन की मिलावट है। इस बीच डॉक्टरों की शिकायतों पर सी.डी.एस.ओ. चौंका तो शुरुआती जांच में चार बैच की दवाएं संदिग्ध मिली हैं। अथॉरिटी ने सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को बाजार से इन दवाओं के नमूने जांच को भेजने के लिए निर्देश जारी किया है।
हालांकि अभी बैच की दवाओं पर पूरी तरह रोक नहीं लगाई गई है लेकिन ड्रग अथॉरिटी के पास पुख्ता सबूत हैं। ड्रग इंस्पैक्टर ए.के. गुप्ता का कहना है कि गुप्ता एजैंसी बिरहाना रोड से दो बैच कॉम्बीफ्लेम के लिए गए हैं। एंटीबायोटिक महासेफ के लिए नमूने भी लिए गए हैं।
अभी कुछ अन्य थोक विक्रेताओं के यहां से नमूने लिए जाएंगे। गुप्ता मुताबिक सी.डी.एस.ओ. की गाइड लाइन के अनुपालन में कॉम्बीफ्लेम का नमूना लिया गया है। इस बीच हैलट के डॉक्टरों ने भी साफ कहा है कि बुखार में पैरासिटामॉल के साथ काम्बीनेशन में आनी वाली हर दवा नुकसान कर रही है। अल्सर और खून के रिसाव की शिकायत मिल रही है।