Edited By Kalash,Updated: 04 Mar, 2024 05:33 PM
चार महीनों के दौरान बी.एस.एफ. की तरफ से 12 भारतीय तस्कर पकड़े जा चुके हैं। इसमें कुछ तस्कर बी.एस.एफ. व पुलिस के ज्वाइंट ऑप्रेशन के दौरान भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं
अमृतसर (नीरज): चार महीनों के दौरान बी.एस.एफ. की तरफ से 12 भारतीय तस्कर पकड़े जा चुके हैं। इसमें कुछ तस्कर बी.एस.एफ. व पुलिस के ज्वाइंट ऑप्रेशन के दौरान भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो हेरोइन की खेप को ठिकाने लगाने का प्रयास कर रहे थे या फिर हेरोइन की खेप को रिसीव करने के लिए आए थे, लेकिन ज्यादातर मामलों में बी.एस.एफ. की तरफ से इन केसों की जांच पुलिस को देने के बजाय एन.सी.बी. को सौंपी जा रही है। हालांकि गत दिवस एक स्मगलर को रमदास के इलाके में एस.एस.ओ.सी. व बी.एस.एफ. के ज्वाइंट ऑप्रेशन के दौरान गिरफ्तार किया गया था। देखने में आया है कि जिस प्रकार का तालमेल केन्द्रीय व राज्य सरकार की सुरक्षा एजैंसियों के बीच होना चाहिए वैसा नहीं है।
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कम हो रही है है ड्रोन्स व तस्करों की मूवमैंट
पिछले दो महीनों के दौरान सीमावर्ती इलाकों सहित शहरी इलाकों में घनी धुंध व कोहरा छाया था, जिसके चलते भारत व पाकिस्तान दोनों ही तरफ से तस्करों ने अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया, लेकिन फिलहाल मौसम साफ हो चुका है। इसके चलते तस्करों व ड्रोन की मूवमेंट कम होने की संभावना है हालांकि बी.एस.एफ. व पंजाब पुलिस की तरफ से दर्जनों ऑप्रेशन्स सफलतापूवर्क चलाए जा रहे हैं और कई अहम खुलासे भी हुए हैं।
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पकड़ में नहीं आ रहे छोटे ड्रोन्स
कई महीनों से देखा जा रहा है कि तस्करों की तरफ से बड़े ड्रोन, जो 15 से 25 किलो तक खेप उठाने में सक्षम रहते हैं उनकी तुलना में छोटे ड्रोन्स उड़ाए जा रहे हैं, जो ज्यादा से ज्यादा एक किलो तक वजन उठाने में सक्षम रहते हैं, लेकिन बड़े ड्रोन्स की तुलना छोटे ड्रोन्स पकड़ में कम आते हैं और गिरने पर नुकसान भी कम होता है।
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