Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 01:02 PM
पंजाब सरकार किसानों की खेती वाली मोटरों पर कोई मीटर या बिल नहीं लगा रही, जबकि जिन लोगों ने अपने फार्म हाऊसों पर ट्यूबवैल लगा रखे हैं, उन पर सरकार बिजली बिल लगाने बारे विचार कर रही है।
कपूरथलाः पंजाब सरकार किसानों की खेती वाली मोटरों पर कोई मीटर या बिल नहीं लगा रही, जबकि जिन लोगों ने अपने फार्म हाऊसों पर ट्यूबवैल लगा रखे हैं, उन पर सरकार बिजली बिल लगाने बारे विचार कर रही है।
उक्त विचार कैबिनेट मंत्री पंजाब राणा गुरजीत सिंह ने पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगों के लिए 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने के लिए वचनबद्ध है, जिस पर कैबिनेट भी अपनी मोहर लगा चुकी है। इस संबंधित जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
पूर्व उप मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से कैप्टन सरकार की कारगुज़ारी संबंधित की जा रही टिप्पणियों पर सख़्त पक्ष अपनाते राणा गुरजीत ने कहा कि सुखबीर एंड पार्टी अब बिल्कुल बिना काम के हो गई है और उन्हें केवल अारोप लगाने वाली बयानबाज़ी के अलावा अन्य कोई काम नहीं है, जबकि कैप्टन सरकार अपने तरीके से अपने एजैंडे पर काम करके अपनी जनता के साथ किए वादे पूरे करने के लिए यत्नशील है।
किसानों की कर्ज माफी सम्बन्धित राणा गुरजीत सिंह ने केंद्र सरकार की जिम्मेदारी भी तय की और इसके साथ ही गलत ढंग के साथ किसानों को कर्ज देने वाली बैंकों को भी दोषी माना। उन्होंने कहा कि अकाली -भाजपा नेताओं के अलावा 'आप' नेता कांग्रेस सरकार खिलाफ जितना मर्जी दुष प्रचार कर ले सरकार अपने एजैंडे अनुसार ही काम करेगी।