Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 03:30 PM
महानगर को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना के अगले चरण में सरकारी स्कूलों को शामिल किया जा सकता है। इसके तहत वहां ई-एजुकेशन की सुविधा मुहैया करवाने की योजना है।
लुधियाना(हितेश): महानगर को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना के अगले चरण में सरकारी स्कूलों को शामिल किया जा सकता है। इसके तहत वहां ई-एजुकेशन की सुविधा मुहैया करवाने की योजना है। इसके लिए विशाखापट्टनम का पैटर्न फॉलो किया जाएगा। इस संबंधी आयोजित मीटिंग में कंसल्टैंट कम्पनी ए.ई.कॉम के सिंगापुर से आए वाइस प्रैजीडैंट विशेष तौर पर शामिल हुए। जबकि प्रशासन की तरफ से डी.सी. प्रदीप अग्रवाल, कमिश्नर जसकिरण सिंह व एडीशनल कमिश्नर विशेष सारंगल व नगर निगम के अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे।
मीटिंग में चर्चा हुई कि स्मार्ट सिटी के तहत कुछ लीक से हटकर भी किया जाए, जिसका इम्पैक्ट नजर आए। उस पर कम्पनी ने विशाखापट्टनम में चल रहे स्मार्ट स्कूल प्रोजैक्ट की प्रैजैंटेशन दी। इसके लिए लुधियाना के कुछ सरकारी स्कूलों का चयन करके वहां प्रोजैक्टर या गुगल बोर्ड की मदद से बच्चों को पढ़ाया जा सकता है। यहां तक बच्चों को होम वर्क के लिए ई-बुक देने का प्रावधान भी इस योजना में है। इसके लिए जल्द डी.पी.आर. बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
स्मार्ट पार्क बनाने को लेकर भी हुई चर्चा
मीटिंग में स्मार्ट पार्क बनाने को लेकर भी प्रैजैंटेशन दी गई। इसमें बताया गया कि कुछ बड़े पार्क लेकर उनको नई लुक दी जाए। जहां बड़े सैर करने के लिए अलग कॉर्नर बनाया जाए जबकि बच्चों के खेलने के लिए भी साइट डिवैल्प की जाए। इस पर ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा।
लागत के डर से बुड्ढा नाला प्रोजैक्ट से फिलहाल तौबा
स्मार्ट सिटी के तहत लिए जाने वाले नए प्रोजैक्टों में जब बुड्ढा नाला को प्रदूषण मुक्त बनाने का नाम आया तो कंसल्टैंट कम्पनी ने फिलहाल उससे दूरी बनाए का सुझाव दिया। इसके लिए ज्यादा लागत आने का हवाला दिया गया। कम्पनी के अफसरों के मुताबिक स्मार्ट सिटी में उन प्रोजैक्टों को पहल दी जाए, जिनके लिए आसानी से ग्रांंट मिल सके।