Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 11:44 AM
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा मानहानि मामले में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह म....
चंडीगढ़(शर्मा): आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा मानहानि मामले में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के बाद पार्टी की पंजाब इकाई में उठे घमासान का पटाक्षेप रविवार को दिल्ली में बुलाई गई विधायक दल की बैठक में हो जाएगा। केजरीवाल द्वारा बुलाई बैठक से यह साफ हो जाएगा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी का अस्तित्व बना रहेगा या फिर यह बिखर जाएगी। राज्य में पार्टी विधायक दल की संख्या 20 है। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा विद्रोह का झंडा बुलंद किए बैठे हैं लेकिन क्या उनका पार्टी हाईकमान व विशेषकर अरविंद केजरीवाल के माफीनामे के नाम पर लिया गया स्टैंड रंग दिखा पाएगा, यह बैठक में विधायकों की हाजिरी पर निर्भर करेगा।
खैहरा की साख भी दाव पर
सुखपाल सिंह खैहरा ने सार्वजनिक रूप से पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के माफीनामे की निंदा करते हुए कहा था कि पत्रकार वार्ता में उपस्थित पार्टी के सभी विधायक अरविंद केजरीवाल के स्टैंड से सहमत नहीं हैं। उन्होंने यह तक कह दिया था कि अब पंजाब में तीसरे विकल्प के लिए एक जैसी सोच वाले लोगों के लिए एक मंच पर इक_े होने की जरूरत है। अब केजरीवाल द्वारा दिल्ली में बुलाई गई विधायक दल की बैठक की उपस्थिति से खैहरा की साख भी दाव पर लग गई है। क्योंकि यदि पार्टी विधायकों में से आधे भी उक्त बैठक में हिस्सा लेते हैं तो खैहरा के पार्टी से अलग होने के मंसूबों पर पानी फिर सकता है।