Edited By Updated: 09 Dec, 2016 12:59 PM
आम आदमी पार्टी ‘आप’ की चुनावी जमीन लगातार फिसलती जा रही है। ‘आप’ ने जल्दबाजी में टिकटों का वितरण कर दिया पर अब जैसे-जैसे
जालंधर (बुलंद) : आम आदमी पार्टी ‘आप’ की चुनावी जमीन लगातार फिसलती जा रही है। ‘आप’ ने जल्दबाजी में टिकटों का वितरण कर दिया पर अब जैसे-जैसे विरोध के सुर जिस-जिस सीट पर उठ रहे हैं वहां पार्टी बैकफुट पर आती दिखाई दे रही है। आम आदमी और गरीबों की बात करने वाली ‘आप’ की ही हाईकमान द्वारा कथित तौर पर हर उम्मीदवार को कोड आफ कंडक्ट लगने से पहले पहले 25-25 लाख रुपए चुनावी प्रचार पर खर्च करने का दिया गया तानाशाही आदेश कई उम्मीदवारों को हजम नहीं हो रहा।
उम्मीदवार ने पैसे खर्च करने से किया इंकार
जानकारों की माने तो कई उम्मीदवारों ने इस आदेश का पालन करने से इंकार कर दिया है। सूत्रों की माने तो जालंधर नार्थ सीट पर भी कुछ ऐसा ही चल रहा है। नार्थ हलके में 14 दिसम्बर को केजरीवाल खुद आकर अपने उम्मीदवारों के हक में रैली करने आ रहे थे। जानकारों के अनुसार नार्थ हलके के उम्मीदवार ने कथित तौर पर चुनावी प्रचार में आंखें मूंदकर पैसा खर्च करने से इंकार कर दिया है, जिसके चलते उक्त रैली रद्द होने की खबर है और पार्टी सूत्र बताते हैं कि हो सकता है कि नार्थ हलके का ‘आप’ का उम्मीदवार भी बदलने की संभावना बढ़ गई है।
आदमपुर में केजरीवाल की रैली
इसी प्रकार 10 दिसम्बर को केजरीवाल की आदमपुर में रैली है और वहां पार्टी के बुरी तरह दोफाड़ होने और पार्टी उम्मीदवार द्वारा आचार संहिता लागू होने से पहले 25 लाख खर्च करने से आनाकानी करने के चलते पार्टी की अगर 10 दिसम्बर की आदमपुर की रैली रद्द होती है या फिर कामयाब नहीं रहती तो इसका नतीजा आदमपुर की सीट का उम्मीदवार बदलने के रूप में सामने आ सकता है। यहां वर्णनीय है कि पार्टी पहले ही नकोदर और बल्लूआणा के उम्मीदवार बदल चुकी है । अब देखना होगा कि क्या अगला नम्बर नार्थ और आदमपुर हलके का लगता है ?