Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 10:40 AM
गिद्दड़बाहा की भटिंडा रोड पर स्थित एक गली में रहते 2 गूंगे-बहरे भाइयों ने सरकार से नौकरी की गुहार लगाई है। उक्त भाइयों में जहां एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है, वहीं दूसरा बेमिसाल चित्रकार है। संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए.......
गिद्दड़बाहा(कुलभूषण): गिद्दड़बाहा की भटिंडा रोड पर स्थित एक गली में रहते 2 गूंगे-बहरे भाइयों ने सरकार से नौकरी की गुहार लगाई है। उक्त भाइयों में जहां एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है, वहीं दूसरा बेमिसाल चित्रकार है। संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए उक्त भाइयों के पिता गुरचरण सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी रणजीत कौर जहां जन्म से ही गूंगी-बहरी है, वहीं उसके दोनों लड़के जगजीत सिंह व जसविन्द्र सिंह भी जन्म से ही गूंगे-बहरे हैं। गुरचरण सिंह ने बताया कि उसने दोनों लड़कों को 10वीं तक की पढ़ाई पूरी करवाने के पश्चात सरकारी संस्था से 1-1 साल का कम्प्यूटर कोर्स भी करवाया।
उन्होंने बताया कि जसविन्द्र सिंह कबड्डी, बास्केटबाल, फुटबाल, वालीबाल और क्रिकेट का नामवर खिलाड़ी है, जिसके टीम में रहते उसकी टीम ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहले स्थान प्राप्त किए हैं। जसविन्द्र सिंह ने 22 नवम्बर, 2009 को राजिन्द्रा कालेज भटिंडा में हुए तीसरे राज्य स्तरीय फुटबाल मुकाबले में टीम को तीसरा स्थान दिलाया। 3 अगस्त, 2014 को 5वीं एथलैटिक चैंपियनशिप और 6वीं पंजाब राज्य वालीबाल चैंपियनशिप, जो चंडीगढ़ में हुई, में टीम पहले स्थान पर रही।
जसविंद्र ने विभिन्न मौकों पर दिखाया दमखम
वहीं भटिंडा में आयोजित चौथी टी-20 पंजाब राज्य क्रिकेट चैंपियनशिप में टीम ने पहला, चंडीगढ़ में 2012 मेंआयोजित तीसरी राज्य स्तरीय टी-20 क्रिकेट चैंपियनशिप में टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया। इसी तरह चंडीगढ़ में 7 से 10 अगस्त, 2014 तक आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल मुकाबलों, जो भारत-पाकिस्तान के बीच हुए थे, में टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि जहां जसविन्द्र सिंह ने खेल के क्षेत्र में नाम कमाया है, वहीं उनका दूसरा लड़का जगजीत सिंह एक बेमिसाल चित्रकार है।
मुख्यमंत्री से की मांग
इन होनहार नौजवानों के पिता गुरचरण सिंह ने भावुक मन के साथ बताया कि उसके पास कोई जमीन-जायदाद नहीं है परन्तु फिर भी उन्होंने अपने दोनों लड़कों को सरकारी संस्थानों में कम्प्यूटर कोर्स करवाए हैं और दोनों ही काबिल हैं। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से मांग की कि इन दोनों को उनकी योग्यतानुसार नौकरी दी जाए, जिससे उनके परिवार का गुजारा हो सके।