Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 08:55 AM
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने साफ किया कि फाजिल्का जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा सम्मन जारी करने के मामले में वह विपक्षी दलों या पार्टी के भीतर के कुछ नेताओं के दबाव में आकर अपने पद से त्याग पत्र नहीं देंगे
चंडीगढ़ (शर्मा): पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने साफ किया कि फाजिल्का जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा सम्मन जारी करने के मामले में वह विपक्षी दलों या पार्टी के भीतर के कुछ नेताओं के दबाव में आकर अपने पद से त्याग पत्र नहीं देंगे बल्कि न्यायिक प्रक्रिया से गुजरकर पाक साफ निकलेंगे। आम आदमी पार्टी विधायकों की बैठक में सहयोगी दल लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधू भी उपस्थित थे।
इसके बाद पत्रकार सम्मेलन में खैहरा ने कहा कि सभी विधायक इस बात से सहमत थे कि उनकी प्रतिष्ठा को दाव पर लगाने के लिए एक राजनीतिक साजिश व बदलाखोरी को न्यायिक रंग देकर यह खेल खेला गया है। वह आने वाले दिनों में इस साजिश का भी पर्दाफाश करेंगे। इस अवसर पर पार्टी प्रदेश सह-प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा कि सुखपाल खैहरा को पहले ही हाईकोर्ट से आंशिक राहत मिल चुकी है और पार्टी को उम्मीद है कि आने वाले समय में खैहरा इस मामले में पाक साफ निकल कर आएंगे। उन्होंने हैरानी जताई कि मामले की अगली सुनवाई 9 नवम्बर को होगी लेकिन विपक्षी दल तब तक भी इंतजार नहीं कर सके व बेवजह मामले को तूल देने में लगे हुए हैं। अरोड़ा ने कहा की पार्टी इस मामले में खैहरा के साथ खड़ी है।
अगले सप्ताह बैंस बंधू मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर शुरू करेंगे साप्ताहिक धरना
‘आप’-लोक इंसाफ पार्टी गठबंधन विधायकों की मंगलवार को आयोजित बैठक में राज्य सरकार की राजस्थान, दिल्ली व हरियाणा को जा रहे पानी की कीमत वसूल न करने में विफलता पर भी चर्चा की गई। हालांकि नवम्बर 2016 में यह बिल पास हो गया था लेकिन अभी तक पानी के बिल उक्त राज्यों को जारी नहीं किए गए। बैंस बंधुओं ने कहा कि उक्त राज्यों को पानी के बिल जारी करने की मांग को लेकर वह मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं और यदि अगले सप्ताह तक ये बिल जारी नहीं हुए तो वह साप्ताहिक तौर पर मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरनों का आयोजन करेंगे, क्योंकि क्षेत्र में लागू धारा 144 का उल्लंघन कर अधिक नेता एकत्रित करना उनका इरादा नहीं है।