Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 10:18 AM
वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि पंजाब का विकास इंडस्ट्री को प्रफुल्लित करने में ही सम्भव हो सकता है। गत 70 वर्षों से पंजाब में कृषि सैक्टर पर ही फोकस किया जाता रहा है लेकिन अब अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उद्योगों को प्राथमिकता देना...
लुधियाना(बहल): वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि पंजाब का विकास इंडस्ट्री को प्रफुल्लित करने में ही सम्भव हो सकता है। गत 70 वर्षों से पंजाब में कृषि सैक्टर पर ही फोकस किया जाता रहा है लेकिन अब अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उद्योगों को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना की बाईसाइकिल, टैक्सटाइल इंडस्ट्री, इंजीनियरिंग और मशीन टूल इंडस्ट्री की ग्रोथ बढ़ाकर अगले साढ़े 4 वर्षों में इसे नए मुकाम पर ले जाना कैप्टन सरकार का लक्ष्य है।
वीरवार को सी.आई.सी.यू. की ओर से होटल पार्क प्लाजा में ब्रांड अवार्ड समारोह में बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि पंजाब की लड़ाई फाइनांस, इकोनॉमी या तरक्की की नहीं, बल्कि पगड़ी की शान की लड़ाई है, जिसमें पंजाब को देश का आर्थिक रूप से सिरमौर बनाना है। जी.एस.टी. लागू होने के बाद इस नई टैक्स प्रणाली में सामंजस्य बिठाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में भाखड़ा डैम होने के चलते सस्ती बिजली के बलबूते पर यहां इंडस्ट्री स्थापित हुई है, लेकिन इंडस्ट्री पर कृषि क्षेत्र के लिए क्रॉस सबसिडी का भार डालकर इसे पछाड़ दिया गया है।
वित्तमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने 70 साल बाद पंजाब में ट्रक यूनियनों को खत्म करके इंडस्ट्री को इनके चुंगल से आजाद करवाया है, साथ ही सस्ती बिजली, उद्योगों के लिए वन टाइम सैटलमैंट स्कीम और अष्टाम ड्यूटी 9 से घटाकर 6 प्रतिशत करके बड़ी राहत प्रदान की है, ताकि पंजाब तरक्की कर सके। वित्तमंत्री ने अवार्ड समारोह दौरान 21 श्रेणियों में कुल 63 सर्वश्रेष्ठ ब्रांड को सम्मानित किया। चैम्बर के प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि कुल 146 आवेदन आए थे, जिनमें से ज्यूरी द्वारा 63 ब्रांड को अवार्ड के लिए चुना है। उपकार सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए प्रोडक्ट को ब्रांड बनाने से ही तरक्की सम्भव है। कार्यक्रम में मोंटे कार्लो के संदीप जैन, एवन साइकिल के ओंकार सिंह पाहवा, जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल, विनोद थापर, अवतार भोगल, पंकज शर्मा, हरमोहिन्द्र पाहवा, रमन सेठ, राजीव जैन, मृदुला जैन, इंद्रजीत नवयुग, राजेंद्र सरहली, नितिन दादा आदि मौजूद थे।