Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Sep, 2017 03:39 PM
गत 10 मई को गांव लहरा बेगा के खुदकुशी कर चुके किसान जसवंत सिंह का परिवार अभी भी मुआवजे के इंतजार में है। इस परिवार
लहरा मोहब्बत (मनीष): गत 10 मई को गांव लहरा बेगा के खुदकुशी कर चुके किसान जसवंत सिंह का परिवार अभी भी मुआवजे के इंतजार में है। इस परिवार को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मिले आश्वासन का कोई मूल्य नहीं मिला। जानकारी के अनुसार मृतक किसान जसवंत सिंह की जमीन लहरा बेगा-भुच्चो मंडी रोड पर नई बन रही अनाज मंडी के लिए एक्वायर हुई है। इस जमीन बदले मुआवजे का चैक न मिलने के कारण इस किसान ने गांव सेमा कलां के पटवारखाने में जाकर जहरीली दवा निगल कर खुदकुशी कर ली थी।
भले ही इस केस से संबंधित तीनों आरोपी जगजीत सिंह जग्गा पटवारी, उसका सहायक त्रिलोचन सिंह व राज सिंह निवासी लहरा बेगा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है परन्तु प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के लिए जो आश्वासन दिए गए थे, उनको अभी तक पूरा नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि इस किसान का अंतिम संस्कार भी 9 दिनों के बाद किया गया था। मृतक किसान जसवंत सिंह के परिजन पत्नी जसविंद्र कौर, लड़का सुखमंद्र सिंह, बहू बलजीत कौर, पोते गोबिंद सिंह व जसप्रीत सिंह, भतीजे सुखदेव सिंह व जसवीर सिंह और भारतीय किसान यूनियन एकता लहरा बेगा की कमेटी के अध्यक्ष बचित्र सिंह व तोगा सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मृतक किसान जसवंत सिंह की 22 मरले जमीन जो भुच्चो मंडी की नई अनाज मंडी के लिए एक्वायर होने के बदले 32 लाख रुपए व 10 लाख रुपए खुदकुशी पीड़ित परिवार को जो राशि मिलनी थी वह अभी तक नहीं मिली। इस संबंधी 1 अगस्त को बङ्क्षठडा डी.सी. कार्यालय समक्ष धरना भी दिया गया था। किसान नेता के मुताबिक अगर मृतक किसान परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौक री, कर्ज माफी व 10 लाख रुपए की मदद न दी गई तो यूनियन 13 सितम्बर को जिला स्तर पर रोष धरना देकर तीखा संघर्ष करेगी।