Edited By Updated: 27 Apr, 2017 02:28 PM
नगर कौंसिल कपूरथला की आर्थिक हालत किसी से भी छिपी नहीं है। आर्थिक मंदी की मार झेल रही नगर कौंसिल द्वारा बिजली के बिल ही बड़ी मुश्किल से दिए जाते हैं, ऊपर से शहर.............
कपूरथला (गुरविन्द्र कौर) : नगर कौंसिल कपूरथला की आर्थिक हालत किसी से भी छिपी नहीं है। आर्थिक मंदी की मार झेल रही नगर कौंसिल द्वारा बिजली के बिल ही बड़ी मुश्किल से दिए जाते हैं, ऊपर से शहर निवासियों को सही ढंग से पानी की सप्लाई बिना रुकावट से देने के लिए भारी खर्चा उठाना पड़ता है। अगर पानी व सीवरेज के कनैक्शन धारक अपना बिल निर्धारित समय पर अदा कर दें व शहर में कोई भी अवैध कनैक्शन न लगा हो तो नगर कौंसिल की वित्तीय हालत काफी हद तक सुधर सकती है।
संतपुरा दशमेश कालोनी में पानी व सीवरेज के 5 अवैध कनैक्शन काटे
नगर कौंसिल कपूरथला द्वारा कार्यकारी अधिकारी संदीप तिवाड़ी की अध्यक्षता में शहर के सभी वार्डों में सीवरेज व पानी के अवैध कनैक्शनों के विरुद्ध मुहिम के तहत बनाई गई विशेष टीम जे.ई. कमलप्रीत सिंह, टैक्नीशियन प्रितपाल सिंह, टै. नरिन्द्र सिंह आदि द्वारा आज संतपुरा दशमेश कालोनी में पानी व सीवरेज के कनैक्शन चैक किए गए जिस दौरान अवैध रूप से चल रहे 5 कनैक्शनों को मौके पर ही काट दिया गया। इस संबंधी नगर कौंसिल कपूरथला के ई.ओ. संदीप तिवाड़ी ने कहा कि शहर में सीवरेज व पानी के अवैध कनैक्शनों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा व जब तक सारे कनैक्शन जायज नहीं हो जाते, मुहिम जारी रहेगी। सोमवार तक लगभग 15 फाइलें कनैक्शन रैगुलर करवाने संबंधी आने की उम्मीद है।
न्यायसंगत नहीं है 5 मरले का मापदंड
5 मरले तक जगह वालों को पानी का बिल माफ होने के कारण नगर कौंसिल को काफी नुक्सान हो रहा है क्योंकि यह बिल माफी आर्थिक पक्षीय न होकर रकबे पर आधारित है जोकि न्यायसंगत नहीं है, क्योंकि ऐसे बहुत सारे गरीब परिवार हैं जो 5 मरले से अधिक जगह में एक-एक कमरा बनाकर रह रहे हैं जिनको सीवरेज व पानी का बिल देना पड़ रहा है जबकि इसके विपरीत 5 मरले में ऐसे लोगों की कोठियां बनी हुई हैं जिनकी आर्थिक हालत बहुत अच्छी है पर उनको सीवरेज व पानी का बिल माफ है। अगर सीवरेज व पानी के बिल आर्थिक स्थिति को मुख्य रखकर तय किए जाएं तो जहां इसका लाभ इसके असली हकदारों तक पहुंचेगा, वहीं नगर कौंसिल की भी आमदन बढ़ेगी।