Edited By Updated: 31 Dec, 2016 12:19 PM
‘बादल साहिब, हमें न रुलाओ सड़कों पर, आप कहते हो वित्त मंत्री ढींडसा नहीं मानते। ढींडसा छोड़ो, अब तो उनकी मां ने भी मांगें मान ली हैं’।
भटिंडा (विजय): ‘बादल साहिब, हमें न रुलाओ सड़कों पर, आप कहते हो वित्त मंत्री ढींडसा नहीं मानते। ढींडसा छोड़ो, अब तो उनकी मां ने भी मांगें मान ली हैं’। उक्त बात ई.जी.एस. अध्यापक नेता गगनदीप कौर ने कही जिनके द्वारा सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया जा रहा है।गगनदीप कौर ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हुक्मों के अनुसार वह आज प्रमुख सचिव एस.के. संधू से मिले थे। उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि ई.जी.एस. अध्यापकों को पक्का करने के लिए सरकार राजी है परन्तु आर्थिक बोझ को लेकर वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा नहीं मान रहे हैं।
नेता ने कहा कि इसके बाद ढींडसा की रिहायश पर चले गए, जहां वह खुद तो नहीं थे लेकिन उनकी माता जी मिल गईं जिन्होंने फोन पर संपर्क कर बताया कि परमिंद्र ढींडसा ने हामी भर दी है उन्हें पक्का करने में कोई ऐतराज नहीं है। माता जी ने खुद भी कहा कि उनको क्या एतराज हो सकता है। दूसरी तरफ निशांत कपूरथला गोल डिग्गी भटिंडा के सामने लगे अकाली दल के बड़े फ्लैक्स बोर्ड पर चढ़ गया जिसने ऊपर बैठकर ही खाना खाया और वहीं सो गया। देर सायं तक वह नीचे नहीं उतरा।