Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 09:05 AM
एक तरफ ए.डी.जी.पी. लॉ एंड आर्डर रोहित चौधरी पुलिस के आपसी तालमेल समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे, ठीक उसी वक्त गदईपुर नहर में मिली व्यक्ति की लाश को बाहर निकालने की बजाय जालंधर देहात के थाना मकसूदां, कमिश्नरेट के थाना नम्बर-1 और थाना नम्बर-8...
जालंधर (प्रीत): एक तरफ ए.डी.जी.पी. लॉ एंड आर्डर रोहित चौधरी पुलिस के आपसी तालमेल समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे, ठीक उसी वक्त गदईपुर नहर में मिली व्यक्ति की लाश को बाहर निकालने की बजाय जालंधर देहात के थाना मकसूदां, कमिश्नरेट के थाना नम्बर-1 और थाना नम्बर-8 की पुलिस आपस में उलझी हुई थी।
हत्या के संभावित मामले को देखते हुए 3 थानों की पुलिस हदबंदी को लेकर ही उलझी रही और लाश करीब 4 घंटे तक पानी में ही बहती रही। आखिर थाना नम्बर-8 की पुलिस ने गली-सड़ी लाश पानी से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजी है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह करीब 10.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई कि रायपुर बल्लां की तरफ से आ रही गदईपुर नहर में लाश देखी गई है। कंट्रोल रूम से मैसेज एरिया पुलिस को कर दिया गया।
पता चला है कि थाना मकसूदां की पुलिस कुछ देर बाद मौके पर पहुंची, लेकिन उन्होंने नहर से लाश बाहर नहीं निकाली, बल्कि अधिकारियों को सूचित कर दिया कि नहर में लाश ही नहीं है, लेकिन कुछ ही देर बाद नहर में लाश मिलने की सूचना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोगों द्वारा सूचित किए जाने पर थाना नम्बर-1 की पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने लाश बाहर निकालने के प्रयास शुरू किए। लाश गली-सड़ी होने के कारण परेशानी आ रही थी। लाश बाहर निकालने के चक्कर में पानी के बहाव के साथ आगे बहती गई।
इसी बीच थाना नम्बर-8 की चौकी फोकल प्वाइंट के इंचार्ज एस.आई. भगवंत भुल्लर भी मौके पर पहुंच गए। फिर थाना नम्बर-8 और 1 की पुलिस ने लाश बाहर निकाली। जब तक लाश बाहर निकाली गई लाश थाना नम्बर-8 की हद में थी। देर शाम थाना नम्बर-8 के इंस्पैक्टर निर्मल सिंह ने बताया कि लाश करीब एक सप्ताह पुरानी लगती है।
लाश पर कीड़े चल रहे हैं और पानी में होने के कारण गल-सड़ गई है, इसलिए लाश पर कोई घाव या निशान नहीं पाया गया। इंस्पैक्टर निर्मल सिंह ने बताया कि घटना संबंधी धारा 174 सी.आर.पी.सी. के अधीन कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है तथा सिविल अस्पताल के अधिकारियों को लिखा गया है कि लाश का पोस्टमार्टम मैडीकल बोर्ड से करवाया जाए ताकि मृत्यु के कारण स्पष्ट हों।
लोग मोबाइल पर बनाते रहे क्लिप
नहर में लाश मिलने की घटना से पुलिस के आपसी तालमेल का अभाव स्पष्ट हो गया है। पुलिस कर्मचारी लाश इसलिए नहर से नहीं निकाल रहे थे कि उन्हें कार्रवाई न करनी पड़ जाए। पुलिस उलझती रही और पानी का बहाव तेज होने के कारण लाश बहती रही। बहती लाश को देख वहां मौजूद लोग मोबाइल पर क्लिप बनाते रहे। जो कि कुछ ही मिनट बाद शहर में वायरल हो गया।
थाना मकसूदां की पुलिस को नहीं दिखी लाश
सूचना मिलने पर थाना मकसूदां के एडीशनल एस.एच.ओ. सुखदेव राज मौके पर पहुंचे। संभवत: वह मौके पर देरी से पहुंचे। कर्मचारियों ने अधिकारियों को सूचित किया कि नहर में लाश ही नहीं है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लाश नहर में ही पुली में अटकी हुई थी। चूंकि पानी का बहाव तेज था इसलिए कर्मचारियों का अंदाजा था कि कुछ ही देर में लाश आगे बह जाएगी। इसलिए उन्होंने कार्रवाई में तेजी नहीं दिखाई और लाश आगे शहर की हदबंदी में आ गई।