Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 10:53 AM
कांग्रेस को पंजाब की सत्ता सम्भाले 6 माह से ज्यादा का समय हो चुका है और कुछ ही समय बाद राज्य में नगर निगम चुनाव भी होने जा रहे हैं।
जालंधर (खुराना): कांग्रेस को पंजाब की सत्ता सम्भाले 6 माह से ज्यादा का समय हो चुका है और कुछ ही समय बाद राज्य में नगर निगम चुनाव भी होने जा रहे हैं। इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी अभी तक पंजाब के प्रमुख शहरों में विकास कार्यों को शुरू नहीं करवा पाई है।
गौरतलब है कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने 2016 में राज्य के तमाम बड़े शहरों को विकास हेतु ग्रांटों के गफ्फे बांटे थे, जिनके आधार पर जालंधर में भी 600 के करीब सड़कों के निर्माण कार्य की उम्मीद जगी थी। एकाएक इतने बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू होने के कारण ठेकेदार और अधिकारी ज्यादातर कार्य शुरू नहीं करवा पाए। कांग्रेस ने पंजाब की सत्ता सम्भालते ही अकाली-भाजपा द्वारा शुरू किए विकास कार्यों पर बे्रक लगा दी और इन्हें रिव्यू करने की घोषणा की, परंतु 6 महीने बीत जाने के बावजूद शहर के विकास कार्य लटके हुए हैं।
लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज औपचारिक बातचीत में बताया कि लुधियाना नगर निगम को 135 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी हो चुकी है, जबकि अमृतसर में विकास करवाने हेतु प्रक्रिया चालू है व बैठकें हो चुकी हैं। गुरदासपुर उप चुनाव के दृष्टिगत कोड आफ कंडक्ट लग जाने के कारण जालंधर नगर निगम को विकास कार्यों हेतु फंड जारी नहीं हो पाए। उप चुनाव खत्म होते ही 16 अक्तूबर को होने वाली पंजाब कैबिनेट की बैठक में जालंधर को फंड रिलीज कर दिए जाएंगे। मंत्री नवजोत सिद्धू ने बताया कि लुधियाना को छोड़कर बाकी शहरों में वार्डबंदी का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। जल्द ही इसका नोटीफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि
पंजाब सरकार दिसम्बर माह में निगम चुनाव करवाने की घोषणा कर चुकी है।