Edited By Updated: 26 Apr, 2017 05:23 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने मंत्रिमंडल में विस्तार जून के पहले सप्ताह में किया जा सकता है। 16 मार्च को जब कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उन्होंने पूरा कैबिनेट गठित नहीं किया था।
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने मंत्रिमंडल में विस्तार जून के पहले सप्ताह में किया जा सकता है। 16 मार्च को जब कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उन्होंने पूरा कैबिनेट गठित नहीं किया था। कैप्टन के नजदीकी नेताओं ने बताया है कि मंत्रिमंडल में प्रस्तावित विस्तार को लेकर वरिष्ठ विधायकों में दौड़ शुरू हो चुकी है तथा प्रत्येक विधायक मुख्यमंत्री को रिझाने का कार्य कर रहा है ताकि वह अपनी सीट मंत्रिमंडल में सुनिश्चित कर सके।
कांग्रेसी हलकों ने बताया है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने मंत्रिमंडल में प्रस्तावित विस्तार को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी चर्चा कर ली है। राहुल की सलाह पर ही कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाएगा। चर्चा चल रही है कि मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए मंत्रियों को चुनने के लिए पुराने फार्मूले पर ही कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अमल किया जाएगा।
कैप्टन सरकार बनने के समय वरिष्ठ विधायकों को ही मंत्रिमंडल में जगह मिली थी। इस बार भी तीन या उससे अधिक बार जीते विधायकों को ही मंत्री पद मिलने के आसार है। यह भी बताया जाता है कि मंत्रि पद लेने के इच्छुक विधायकों द्वारा कैप्टन निवास स्थान के अलावा दिल्ली दरबार में भी चक्कर काटे जा रहे हैं। सरकार कुल विधायकों में से केवल 10 प्रतिशत को ही मंत्री पद दे सकती है। मंत्रिमंडल विस्तार को देखते हुए कांग्रेस के अंदर भारी राजनीतिक गतिविधियां अभी से शुरू हो चुकी है क्योंकि इसके बाद कोई अन्य मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होगा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में उन नेताओं को शामिल किया जाए जो संकट के दौर में उनके साथ खड़े रहे हैं। बार-बार पासा बदलने वाले विधायकों को वह दूर रखने की चेष्टा करेंगे। चाहे उन्होंने नए मंत्रियों के चयन की जिम्मेदारी राहुल द्वारा उन्हीं की सलाह से नए मंत्रियों के नामों पर मोहर लगाई जाएगी।
कांग्रेसी हलकों के अनुसार कैप्टन अमरेन्द्र सिंह संभवत: मई के अंतिम सप्ताह में इसराईल का दौरा कर सकते हैं परन्तु इस संबंध में अभी तारीखों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। हाल ही में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इसराईल के भारत में राजदूत से बैठक भी की थी, जिसमें इसराईल तथा पंजाब के मध्य सुरक्षा, कृषि व अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर बल दिया गया था। उसी सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में कैप्टन द्वारा इसराईल का दौरा करने पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेसी नेताओं ने बताया कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा इसराईल से वापस लौटते ही मंत्रिमंडल में विस्तार कर दिया जाएगा, जिसमें शामिल किए जाने वाले मंत्रियों की सूची पर राहुल गांधी द्वारा मई के अंतिम सप्ताह में अपनी मोहर लगा दी जाएगी। मंत्रिमंडल विस्तार होने के बाद ही कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा संसदीय सचिवों की नियुक्तियां की जाएंगी। मुख्यमंत्री पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वह 20 संसदीय सचिवों की नियुक्तियां करेंगे। इसके लिए संभवत: अमरेन्द्र सरकार द्वारा बजट सत्र में संसदीय सचिवों की नियुक्तियों को लेकर नया बिल लाया जा सकता है।