Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Dec, 2017 09:25 AM
प्रवासी भारती दर्शन सिंह निवासी चूहड़चक्क से 17 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बदले कथित तौर पर 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोपों तहत 5 दिसम्बर को मोहाली की विजीलैंस टीम द्वारा काबू किए नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी की जमानत अर्जी आज...
मोगा (पवन ग्रोवर/आजाद): प्रवासी भारती दर्शन सिंह निवासी चूहड़चक्क से 17 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बदले कथित तौर पर 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोपों तहत 5 दिसम्बर को मोहाली की विजीलैंस टीम द्वारा काबू किए नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी की जमानत अर्जी आज मोहाली अदालत ने रद्द कर दी। गौरतलब है कि विजीलैंस ब्यूरो मोहाली के इंस्पैक्टर इन्द्रपाल सिंह के नेतृत्व में सब तहसीलदार दफ्तर अजीतवाल में छापेमारी करके रिश्वत के आरोपों तहत नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि उसका ड्राइवर जगजीत सिंह जग्गा रिश्वत के 1 लाख रुपए लेकर मौके से फरार हो गया था, जिसको गत दिवस मोहाली विजीलैंस ने काबू किया था।
5 दिसम्बर से जेल में बैठे नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी ने एडीशनल सैशन जज मोहाली मोनिका गोयल की अदालत में जमानत के लिए अर्जी दायर की थी, जिसका विजीलैंस विभाग के वकील द्वारा सख्त विरोध किया गया। विजीलैंस विभाग के वकील की दलीलों से सहमत होते हुए माननीय अदालत ने सुरेन्द्र कुमार पब्बी की जमानत याचिका खारिज कर दी।
सुरेन्द्र कुमार पब्बी का प्रोडक्शन वारंट जारी, आज किया जाएगा अदालत में पेश
विजीलैंस विभाग द्वारा रिश्वत के 1 लाख रुपए नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी के ड्राइवर जगजीत सिंह जग्गा से बरामद करने उपरांत विजीलैंस अधिकारियों ने मोहाली अदालत में पब्बी के प्रोडक्शन वारंट की मांग की, जिस पर सुनवाई करते पब्बी के प्रोडक्शन वारंट जारी करते हुए पटियाला जेल के सुपरिंटैंडैंट को आदेश दिया गया कि वह पब्बी को 31 दिसम्बर को अदालत में पेश करें।
इस मामले संबंधी विजीलैंस विभाग के इंस्पैक्टर इन्द्रपाल सिंह ने बताया कि नायब तहसीलदार पब्बी तथा उसके ड्राइवर जगजीत सिंह जग्गा से आमने-सामने पूछताछ करने के लिए विजीलैंस विभाग माननीय अदालत से पब्बी के रिमांड की मांग करेगा तथा विजीलैंस विभाग को उम्मीद है कि पब्बी के रिमांड उपरांत इस मामले में और भी घोटाले सामने आ सकते हैं।
पब्बी के घर में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों द्वारा हुआ खुलासा
विजीलैंस विभाग के सूत्रों अनुसार नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी को गिरफ्तार करने के बाद मोहाली की विजीलैंस टीम ने 7 दिसम्बर को राजेन्द्रा स्टेट स्थित पब्बी की कोठी की जांच की थी। इस दौरान विजीलैंस विभाग के अधिकारी पब्बी के घर में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की डी.वी.आर. उतारकर ले गए थे। विजीलैंस विभाग के अहम सूत्रों अनुसार पब्बी के घर की तलाशी लेने से पहले सुरेन्द्र कुमार पब्बी की पत्नी व बच्चे कई अन्य लोगों की सहायता से कोठी में पड़े अहम दस्तावेज तथा कुछ जरूरी कागजात विजीलैंस टीम के पहुंचने से पहले ही ले गए थे।
अधिकारियों ने इस बात को भी बेनकाब किया कि पब्बी के घर पर हुई छापेमारी से पहले उसके पारिवारिक सदस्यों द्वारा जरूरी सामान उठाकर ले जाने की समूची कार्रवाई सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद हो गई है, जो विजीलैंस विभाग ने अपने कब्जे में ले ली है। इस मामले में विजीलैंस विभाग के किसी भी अधिकारी ने कोई पुष्टि नहीं की, लेकिन सूत्रों अनुसार आने वाले समय में सुरेन्द्र कुमार पब्बी की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।