Edited By Updated: 06 Jan, 2017 01:09 PM
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बड़े नोटों पर लगाई गई पाबंदी का सीधा असर जहां हर कारोबार पर पड़ता दिखाई दे रहा है
मोगा (ग्रोवर): देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बड़े नोटों पर लगाई गई पाबंदी का सीधा असर जहां हर कारोबार पर पड़ता दिखाई दे रहा है, वहीं इस अार्थिकता की मार से गरीब का ‘बादाम’ (मूंगफ ली) बेचने वाले मूंगफली कारोबारी भी बच नहीं सके। नोटबंदी की मार के कारण परिवारों सहित बाहरी राज्यों से मूंगफली बेचने के लिए आए लोग इस चिंता में हैं कि लोहड़़ी में लगभग एक सप्ताह रहने के बावजूद भी मूंगफली की बिक्री का कार्य जोर नहीं पकड़ सका है, जिसके कारण मजदूर के लिए पैसा कमाना तो दूर, बल्कि दो समय की रोजी-रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है।
‘पंजाब केसरी’ द्वारा एकत्र की गई जानकारी के अनुसार यह तथ्य उभर कर सामने आया कि जिले भर में मूंगफली का कारोबार करने वाले कारोबारी अार्थिकता की मार झेल रहे हैं।
नोटबंदी ने खेल टूर्नामैंट भी किए प्रभावित
नोटबंदी के कारण जहां आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं इसके कारण ग्रामीण मेले व टूर्नामैंट भी प्रभावित हुए हैं। धर्मकोट में पिछले कई वर्षों से होता आ रहा माघी मेला व कबड्डी तथा फुटबॉल टूर्नामैंट, जो कि पंजाब भर में मशहूर है, को स्थगित कर दिया गया है। डा. हरमीत सिंह मप्पी व यंग स्पोट्स क्लब के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह विर्क ने बताया कि नोटबंदी पर कालेज के ग्राऊंडों की हालत सही न होने के कारण टूर्नामैंट को स्थगित कर दिया गया है। इस मौके पर हितेश कुमार, बूटा सिंगला, यशपाल धींगड़ा, परमजीत सिंह टक्कर, मस्तान सिंह आदि सदस्य उपस्थित थे।