Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 10:36 AM
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 28 फरवरी बुधवार से शुरू हो रही 12वीं की परीक्षाओं के लिए सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटियां बोर्ड की ओर से उन परीक्षा केंद्रों में लगा दी गई हैं जो अध्यापकों के घरों से 80 से 100 किलोमीटर की दूरी तक पड़ते हैं।...
लुधियाना(विक्की): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 28 फरवरी बुधवार से शुरू हो रही 12वीं की परीक्षाओं के लिए सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटियां बोर्ड की ओर से उन परीक्षा केंद्रों में लगा दी गई हैं जो अध्यापकों के घरों से 80 से 100 किलोमीटर की दूरी तक पड़ते हैं। ड्यूटियां हाथ में आते ही परीक्षा केंद्रों का नाम पढ़कर अध्यापक हक्के-बक्के रह गए। हैरानी की बात तो यह है कि 8 महीने गर्भवती 1 अध्यापिका की ड्यूटी उसके घर से 85 किलोमीटर की दूरी पर पड़ते परीक्षा केंद्र में लगा दी गई जिसे देखकर इस अवस्था में उसकी परेशानी ओर बढ़ गई। ताजुब की बात तो यह है कि परीक्षा ड्यूटी पर लगाए गए स्टाफ में अधिकतर महिला अध्यापिकाएं हैं जिनकी गिनती 60 प्रतिशत के करीब बताई जा रही है और उन्हें ड्यूटी करने के लिए अपने घर से 60 से 80 किलोमीटर तक का एक तरफा सफर करना होगा। जानकारी के मुताबिक 12वीं की परीक्षा का समय दोपहर बाद 2 से 5 बजे तक है। ऐसे में जिन महिला अध्यापिकाओं की ड्यूटियां इतनी दूर तक के परीक्षा केंद्रों में लगाई गई हैं तो उन्हें आने जाले का यह सफर 100 किलोमीटर से अधिक पड़ेगा। सबसे अधिक दिक्कत वाली बात उन अध्यापकों के लिए जिन्हें उन परीक्षा केंद्रों तक जाना पड़ेगा जहां बस सॢवस भी नहीं है। ऐसे स्थिति वाले अध्यापकों का कहना है कि परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के समय तक तो वे लेट हो जाएंगे। स्कूलों में अध्यापकों की परीक्षा ड्यूटियां पहुंचते ही अध्यापकों की भी ङ्क्षचता बढ़ गई। स्कूल समय के बाद कई अध्यापक अपनी समस्या लेकर डी.ई.ओ. आफिस भी पहुंचे जिन्होंने विभाग को अपनी ड्यूटी कई किलोमीटर तक दूर बने परीक्षा केंद्रों में लगने का हवाला देते हुए इसे नजदीकी परीक्षा केंद्रों में लगाने के लिए एप्लीकेशन भी दी।
परीक्षार्थी भी हो चुके हैं परेशान
यहां बता दें कि इससे पहले बोर्ड के फैसले के चलते परीक्षार्थियों को भी परेशानी हुई है। कई स्कूलों के परीक्षार्थी ऐसे हैं जिनके परीक्षा केंद्र भी उनके स्कूलों से करीब 10 किलोमीटर की दूरी तक बनाए गए हैं। परीक्षार्थियों के मुताबिक बोर्ड का फरमान उनके लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है।
इनके लिए ड्यूटी बनी अधिक परेशानी
-लुधियाना का ही प्रमाण दें तो जो एप्लीकेशन आज विभाग के पास ड्यूटियां बदलवाने के लिए पहुंची हैं उनमें सरकारी स्कूल मानकी के अध्यापक की ददाहुर स्कूल के परीक्षा केंद्र में लगा दी गई जोकि 70 किलोमीटर तक दूर पड़ता है।
-सरकारी सी.सै. स्कूल भैणी साहिब के अध्यापक की ड्यूटी रायकोट के परीक्षा केंद्र में लगाई गई। भैणी साहिब से रायकोट करीब 100 किलोमीटर पड़ता है।
-हलवारा के एक स्कूल की अध्यापिका की ड्यूटी कुब्बा के स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में लगाई गई। इसकी दूरी करीब 80 किलोमीटर तक है।
-सिंधवा बेट के एक अध्यापक की ड्यूटी राहों रोड के स्कूल में लगा दी गई। इसकी दूरी करीब 60 कि.मी. तक है।
सैक्रेटरी एजुकेशन के आदेश अटका रहे रोड़ा
कई अध्यापकों की मानें तो पहले तो अगर कहीं ड्यूटी दूर लगती थी तो जिला स्तर पर डी.ई.ओ. की ओर से बदल दी जाती थी। लेकिन एजुकेशन सैक्रेटरी कृष्ण कुमार के आते ही नए आदेशों के बाद डी.ई.ओ. ने परीक्षा ड्यूटियां बदलने से इंकार कर दिया है। अध्यापकों के मुताबिक बोर्ड अधिकारियों ने दफ्तरों में बैठ इं पंजाब वैब पोर्टल से टीचर्स का डाटा उठाकर उनकी ड्यूटियां दूर दराज क्षेत्रों में लगा दी। लेकिन ड्यूटियां लगाते समय यह ध्यान नहीं दिया गया कि अध्यापकों को एक छोर से दूसरे छोर तक जाना पड़ेगा।