Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 01:58 PM
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के खेतीबाड़ी कालेज की 55वीं वाॢषक एलुमनी मीट का आयोजन आज खूबसूरत माहौल में किया गया। इसमें भारत के अलावा अमरीका, कनाडा, इंगलैंड व मैक्सिको से शामिल हुए पुराने स्टूडैंट्स एक-दूसरे से मिलकर भावुक हो गए। मीट का आगाज पी.ए.यू....
लुधियाना (सलूजा): पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के खेतीबाड़ी कालेज की 55वीं वाॢषक एलुमनी मीट का आयोजन आज खूबसूरत माहौल में किया गया। इसमें भारत के अलावा अमरीका, कनाडा, इंगलैंड व मैक्सिको से शामिल हुए पुराने स्टूडैंट्स एक-दूसरे से मिलकर भावुक हो गए। मीट का आगाज पी.ए.यू. के उप-कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने आए हुए मेहमानों के साथ मिलकर आसमान में गुबारे छोड़कर किया। इनमें सबसे पुराने व बुजुर्ग डा. डी.आर. भुंबला ने कहा कि इस कालेज के स्टूडैंट्स ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबलियत का लोहा मनवाया और वे इस कालेज के पूर्व स्टूडैंट्स होने पर गर्व महसूस करते हैं।
पी.ए.यू. स्टूडैंट्स ने जीवन में अहम स्थान किए प्राप्त
उद्घाटनी समारोह की प्रधानगी करते हुए यूनिवर्सिटी के उप-कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि इस तरह के प्रोग्राम हर संस्था के लिए जरूरी होते हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी की प्राप्तियों का विशेष तौर पर जिक्र करते हुए बताया कि देश में मशीनरी संबंधी जो सिफारशें की गई हैं उनमें से ज्यादा पी.ए.यू. के वैज्ञानिक हैं।
स्वागत एक अलग अंदाज में
पूर्व वैज्ञानिक डा. गुरदेव सिंह संधू, डा. रणजीत सिंह, डा. सुरजीत सिंह गिल व डा. बलविन्द्र सिंह ने एक अलग ही अंदाज में मेहमानों का स्वागत करते हुए कविताएं पेश करके सभी का मन मोह लिया। कालेज के डीन डा. एस.एस. कुकूल ने कहा कि पी.ए.यू. की पिछली जड़ें पाकिस्तान की फैसलाबाद यूनिवर्सिटी से संबंध रखती हैं। मंच का संचालन डा. प्रदीप कुमार छुनेजा ने किया।
वैज्ञानिक व स्टूडैंट्स सम्मानित
उप-कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने यूनिवर्सिटी द्वारा अहम मुकाम प्राप्त करने वाले वैज्ञानिकों, स्टूडैंट्स व इस वर्ष सेवामुक्त हुए वैज्ञानिकों को भी यादगारी चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।