Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 03:15 PM
नगर निगम चुनाव के लिए टिकटों का बंटवारा करने को लेकर वीरवार को चंडीगढ़ में होने वाली कांग्रेस की मीटिंग पहले दिल्ली में शिफ्ट हो गई और फिर बिना किसी नतीजे के शुक्रवार तक पैंडिंग कर दी गई। इस दौराण सारी लिस्ट एक साथ ही जारी की जा सकती है। कांग्रेस के...
लुधियाना(हितेश): नगर निगम चुनाव के लिए टिकटों का बंटवारा करने को लेकर वीरवार को चंडीगढ़ में होने वाली कांग्रेस की मीटिंग पहले दिल्ली में शिफ्ट हो गई और फिर बिना किसी नतीजे के शुक्रवार तक पैंडिंग कर दी गई। इस दौराण सारी लिस्ट एक साथ ही जारी की जा सकती है। कांग्रेस के पास 95 सीटों के लिए 600 से ज्यादा अवेदन आए हुए हैं जिनकी कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा द्वारा इंटरव्यू ली जा चुकी है लेकिन पेपर फाइल करने की प्रक्रिया शुरू होने वाले दिन तक टिकटों का बंटवारा नहीं हो पाया। हाईकमान ने सारा कंट्रोल ही अपने हाथों में ले लिया है जिसके तहत पहले कई दिन तक स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग नहीं हो पाई फिर उस मीटिंग को चंडीगढ़ से दिल्ली शिफ्ट कर दी गई, क्योंकि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, सुनील जाखड़, आशा कुमारी, हरीश चौधरी व रवनीत बिट्टू कई दिनों से दिल्ली में थे, वहीं बाजवा को भी बुला लिया गया फिर भी वीरवार को कोई फैसला नहीं हो पाया। अब यह मीटिंग शुक्रवार को होने की सूचना है जिसमें सारी लिस्ट एक साथ ही जारी की जा सकती है। पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ का कहना है कि विधायकों व सांसद के अलावा बाजवा द्वारा अधिकतर सीटों पर फैसला कर लिया है जो किसी सीट पर दिक्कत होगी उसे हाईकमान लेवल पर हल कर लिया जाएगा
दूसरी पाॢटयों के बागियों के इंतजार में बैंस ने रोकी हुई है लिस्ट
हालांकि आम आदमी पार्टी व बैंस ग्रुप में सीटों का बंटवारा हो चुका है। इसके तहत आप द्वारा बुधवार को पहली लिस्ट जारी कर दी गई लेकिन बैंस द्वारा अपने हिस्से की सीटों की लिस्ट वीरवार को भी जारी नहीं की गई। इसकी वजह यह मानी जा रही है कि बैंस द्वारा दूसरी पाॢटयों के सारे उम्मीदवार घोषित होने का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद अपनी पार्टी से टिकट न मिलने पर नाराज होने वाले नेता बैंस ग्रुप का रुख कर रहे हैं जिस कारण कई जगह बैंस ग्रुप को अपने उम्मीदवार भी बदलने पड़ सकते हैं। इसके मद्देनजर फिलहाल लोक इंसाफ पार्टी की लिस्ट भी कांग्रेस की तरह अकाली दल व भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी से लेट चल रही है।
एन.ओ.सी. लेने वालों की भरमार, एक हजार से पार हुआ आंकड़ा
नगर निगम का चुनाव लडऩे के लिए कोई बकाया न होने बारे एन.ओ.सी. लेना भी जरूरी है जिसके लिए स्टेट इलैक्शन कमिश्नर द्वारा लोगों को दिक्कत न होने बारे जारी आदेश के अनुसार नगर निगम ने काफी पहले से ही स्टाफ की ड्यूटी लगा दी थी जिनसे कोई बकाया न होने बारे रिपोर्ट करवाने के लिए काफी समय लग रहा है जिस कारण पेपर फाइल करने की शुरुआत होते ही नगर निगम में एन.ओ.सी. लेने वालों की भीड़ बढ़ गई है। इसके चलते एन.ओ.सी. लेने का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। इसमें ’यादातर लोग ऐसे हैं जो आवेदन करने के बाद टिकट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तरफ नगर निगम को बैठे बिठाए रैवेन्यू मिल गया है।
वार्डबंदी के खिलाफ चल रहे कोर्ट केस की सुनवाई आज
नगर निगम चुनाव के लिए की गई वार्डबंदी के खिलाफ कोर्ट में चल रहे केस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। इस केस में बैंस ने नए वार्ड बनाने के लिए बाऊंड्री तय करने के अलावा उनमे आबादी का बंटवारा करने की प्रक्रिया में नियमों का पालन न होने का आरोप लगाया गया है जिस पर कोर्ट ने पहले सरकार से वार्डबंदी का रिकॉर्ड मंगवाकर ऑनलाइन अपलोड करवाया है और जब 5 फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान सरकार ने चुनाव प्रक्रिया शुरू होने का हवाला देते हुए केस रद्द करने की मांग की। इस बारे में फैसला लेने के लिए शुक्रवार को बहस रखी गई है।