Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 11:09 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में डेयरी सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधे दखल देने की गुहार लगाते हुए कहा है कि वह इस संबंध में कृषि मंत्रालय को दिशा निर्देश जारी करें। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र...
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में डेयरी सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधे दखल देने की गुहार लगाते हुए कहा है कि वह इस संबंध में कृषि मंत्रालय को दिशा निर्देश जारी करें। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने मांग की कि 31 मार्च, 2018 तक स्किम्ड मिल्क पाऊडर पर 50 रुपए प्रति किलो तथा व्हाइट बटर पर 25 रुपए प्रति किलो की सबसिडी दी जानी चाहिए। इसी तरह राज्य दूध महासंघ द्वारा लिए गए वर्किंग कैपिटल लोन पर भी ब्याज को माफ किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि वह वाणिज्य मंत्रालय से बातचीत करके डेयरी उत्पादों के निर्यात पर प्रोत्साहन को बढ़ावा दें।
मुख्यमंत्री ने मोदी से कहा कि देश में डेयरी सहयोगी संस्थाएं इस समय संकट के दौर से गुजर रही हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए राज्य दूध महासंघ को समय पर डेयरी किसानों को पेमैंट करनी होती है। इसलिए उनके द्वारा लिए गए ऋणों पर ब्याज माफ कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने डेयरी किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री को कहा कि दूध उत्पादों की कीमतें इस समय निम्र स्तर को छू चुकी हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बाद राज्य में डेयरी सहयोगी संस्थाओं को मजबूती मिली है परंतु केन्द्र को इसमें अपना योगदान डालना है।
उन्होंने कहा कि मार्च, 2018 तक स्किम्ड मिल्क पाऊडर का स्टाक 2.25 लाख टन तक हो जाएगा। इसी तरह पंजाब राज्य दूध महासंघ के पास स्किम्ड मिल्क पाऊडर का स्टाक भी 6000 टन को पार कर गया है तथा मार्च 2018 तक 15,000 टन को पार कर जाएगा। सफेद मक्खन का स्टाक 3500 टन है तथा वह मार्च 2018 तक 10,000 टन को पार कर जाएगा।