Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 09:59 AM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठनात्मक ढांचे में फेरबदल पार्टी नेतृत्व द्वारा दो चरणों में करवाने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पिछली बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील...
जालंधर (धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठनात्मक ढांचे में फेरबदल पार्टी नेतृत्व द्वारा दो चरणों में करवाने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पिछली बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मिशन 2019 को फतेह करने के उद्देश्य से संगठन को मजबूती देने के लिए नया संगठनात्मक ढांचा तैयार करने का निर्णय लिया था, जिसमें नौजवानों को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया जाना है।
कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा आपस में विचार-विमर्श करने के बाद यह तय किया गया है कि संगठन के अंदर फेर-बदल 2 चरणों में होना चाहिए। पहले चरण में पंजाब के जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्तियां कर दी जाएं। शहरी व देहाती अध्यक्षों के हिसाब से कांग्रेस के कुल जिलों की गिनती लगभग 29 या 30 बनती है। अभी जो जिला प्रधान अपने पदों पर कार्य कर रहे हैं, उनकी नियुक्तियां कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के अध्यक्ष रहने के समय हुई थीं। अब कई जिलों में फेर-बदल कर नए प्रधान बनाने का निर्णय हुआ है।
पता चला है कि कैप्टन तथा जाखड़ नए जिलाध्यक्षों को लेकर आपस में चर्चा कर चुके हैं तथा जल्द ही जिला प्रधानों की पहली सूची केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा रिलीज कर दी जाएगी। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि दूसरे चरण में पार्टी के नए पदाधिकारियों की नियुक्तियां की जाएंगी। पार्टी ने यह भी निर्णय लिया है कि विधायकों को अब जिला प्रधान व प्रदेश पदाधिकारी के पदों से मुक्त कर दिया जाए ताकि वे अपने-अपने विधानसभा हलकों की तरफ पर्याप्त ध्यान दे सकें। अभी कई जिलों में विधायकों के पास जिलाध्यक्ष पद का कार्यभार भी है। पार्टी चाहती है कि जिलाध्यक्ष उन नेताओं को बनाया जाए जो लोगों में लोकप्रिय हों तथा जिनकी छवि स्वच्छ हो।
बताया जाता है कि 2019 के मध्य में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए नए जिला प्रधानों व नए पदाधिकारियों की नियुक्तियां होंगी। पार्टी के लिए समय दे सकने वाले नेताओं को ही आगे लाया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि मध्य मार्च से पहले प्रदेश के नए जिला प्रधानों की सूची जारी हो जाएगी। नए प्रधान मनोनीत करते समय कांग्रेसियों की पुरानी वफादारी व संकटकाल में पार्टी के प्रति निभाई गई भूमिका को भी देखा जाएगा।