Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 09:36 AM
बेशक सिविल अस्पताल के अधिकारी हरसंभव प्रयास करते हैं कि श्री अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले अस्पताल में मैडीकल चैकअप करवाने आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और जल्दी से जल्दी उन्हें मैडीकल सर्टीफिकेट मिले तथा वे यात्रा पर जा सकें, लेकिन...
जालंधर (शौरी): बेशक सिविल अस्पताल के अधिकारी हरसंभव प्रयास करते हैं कि श्री अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले अस्पताल में मैडीकल चैकअप करवाने आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और जल्दी से जल्दी उन्हें मैडीकल सर्टीफिकेट मिले तथा वे यात्रा पर जा सकें, लेकिन इसके विपरीत इन दिनों अस्पताल में श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।पंजाब केसरी की टीम ने ओ.पी.डी. का दौरा किया तो देखा कि कई श्रद्धालुओं को सर्टीफिकेट लेने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ रहा था। कारण या तो उनके टैस्ट की रिपोर्ट जल्दी नहीं आ रही थी या कभी भीड़ अधिक होने पर उन्हें डाक्टर के कमरे के बाहर ही खड़ा रहना पड़ रहा था। हालात तो यह हो जाते हैं कि श्रद्धालुओं का एक काम कभी जल्दी हो जाता है तो दूसरा काम लेट, जिस कारण उन्हें अस्पताल में कभी खुशी कभी गम के माहौल का सामना करना पड़ रहा है।
बशीरपुरा निवासी अनिल ने बताया कि वह 7 मार्च को मैडीकल सर्टीफिकेट लेने के लिए सिविल अस्पताल आया, पहले तो पर्ची बनाने के लिए पर्चियों वाले काऊंटर पर खड़ा रहा, काफी देर तक खड़े रहने के बाद उसकी पर्ची बनी तो डाक्टर ओ.पी.डी. में नहीं मिला। प्यास लगी तो पास लगे पानी वाले कूलर के पास पहुंचा तो देखा कि कूलर खराब था। लाइन में काफी देर तक लगे रहने के कारण हुई थकान के कारण वह हताश होकर वापस चला गया। आज आया तो उसे सर्टीफिकेट मिला। सर्टीफिकेट हाथ में आते ही उसके चेहरे पर मुस्कान लौट आई। अब वह बाबा बर्फानी के दर्शन करने जाएगा। अनिल का कहना था कि कम से कम पानी की व्यवस्था तो अस्पताल प्रबंधकों को करनी चाहिए। तेल वाली गली के रहने वाले राकेश ने अस्पताल में पेश आने वाली परेशानी बताते हुए कहा कि सुबह 9 बजे पर्ची उसने लाइन में लगकर बनवाई, डाक्टर ने पर्ची पर कुछ टैस्ट लिखे और वह मिनी लैबोरेटरी में एंट्री करवाने पहुंचा तो वहां भीड़ बहुत थी। पंजाब पुलिस के जवानों के सालाना मैडीकल की एंट्री भी यहां होने के कारण पुलिस के जवान काफी संख्या में लाइन में खड़े थे। करीब एक घंटे के बाद उसकी एंट्री हुई और बाद में टैस्ट। राकेश ने अस्पताल प्रबंधकों से मांग की है कि इन दिनों श्रद्धालुओं की अधिक संख्या अस्पताल में आने के कारण भीड़ तो होगी इसलिए अस्पताल प्रबंधकों को मिनी लैबोरेटरी में पुलिस कर्मियों व श्रद्धालुओं की एंट्री के लिए अलग-अलग समय रखना चाहिए।
रिपोर्ट के बदले मांगे खाने को पकौड़े
सिविल अस्पताल में अपना मैडीकल करवाने पहुंचे हरीश निवासी अर्बन एस्टेट तथा उसके साथियों सौरव निवासी मिट्ठापुर व राहुल निवासी काजी मंडी ने बताया कि वह इकट्ठे अस्पताल सर्टीफिकेट लेने के लिए पहुंचे। पहले दिन डाक्टर ओ.पी.डी. में नहीं मिला, दूसरे दिन मिनी लैबोरेटरी में उनकी एंट्री नहीं हुई, थक-हार कर वह वापस चले गए और तीसरे दिन दोबारा मिनी लैबोरेटरी पहुंचे तो वहां पुलिस कर्मचारियों की ही एंट्री हो रही थी। सौरव ने बताया कि आज यानी चौथे दिन उनकी एंट्री होने के साथ सभी टैस्ट हुए और जैसे ही वह पहली मंजिल स्थित लैबोरेटरी में अपनी रिपोर्ट लेने गए तो वहां बैठे एक स्टाफ सदस्य ने उन्हें कहा कि उनका टाइम चाय पीने का हो गया है पहले वह पकौड़े लाकर उन्हें खाने को दें। विरोध करने पर तुरंत उन्हें रिपोर्ट मिली और बाद में रिपोर्ट डाक्टर को देने के बाद उन्हें सर्टीफिकेट मिला। उसने इस बाबत लैबोरेटरी में जाकर वहां बैठे दूसरे स्टाफ सदस्यों को बात बताई तो उनका कहना था कि स्टाफ सदस्य ने मजाक किया होगा।