Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 03:58 PM
अमृतसर, जालंधर व पटियाला के मेयर के चुनाव में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ व मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा पूरी तरह से दरकिनार किए जाने पर भाजपा पंजाब के सचिव व मुख्य प्रवक्ता दीवान...
जालंधर: अमृतसर, जालंधर व पटियाला के मेयर के चुनाव में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ व मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा पूरी तरह से दरकिनार किए जाने पर भाजपा पंजाब के सचिव व मुख्य प्रवक्ता दीवान अमित अरोड़ा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया कि कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू को सच बोलने की सजा दी जा रही है। सिद्धू एक ईमानदार व्यक्ति है। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए भ्रष्टाचार व रेत खनन माफिया के विरुद्ध अभियान चलाया हुआ है, जिसके चलते कैप्टन के खासमखास राणा गुरजीत सिंह को अपना मंत्री पद गंवाना पड़ा।
सिद्धू स्थानीय निकाय विभाग में ईमानदारी व पारदॢशता लाने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन कैप्टन की महाराजा व राणा गुरजीत सिंह की राणाशाही शैली उन्हें काम नहीं करने दे रही। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति में शुचिता लाने के लिए ही नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे, लेकिन मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह की ओर से किसानों, दलितों, युवकों व आम जनता से किए गए वायदों से पीछे हटने व 10 महीने के कार्यकाल में विफल रहने से सिद्धू को निराशा ही हाथ लगी है, जिसका फीडबैक वह समय-समय पर कांग्रेस हाईकमान व राहुल गांधी को देते रहे हैं।
सिद्धू के नाम पर सत्ता में आने वाली कांग्रेस ने जहां पंजाब की जनता को धोखा दिया है, वहीं नवजोत सिंह सिद्धू को नीतिगत मामलों में दरकिनार कर उन्हें भी धोखा दिया है, जिसका परिणाम पंजाब राज्य को भारी भरकम नुक्सान के रूप में देखा जा सकता है।