Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 07:47 AM
रामा मंडी चौक में आर्मी नाके के नजदीक सोमवार को देर शाम गन प्वाइंट पर कार लूटे जाने संबंधी कंट्रोल रूम पर पहुंची सूचना ने सेना व पंजाब पुलिस में हड़कम्प मचा दिया, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा भी और अधिकारियों समेत वारदात वाली जगह पर पहुंच...
जालंधर (महेश): रामा मंडी चौक में आर्मी नाके के नजदीक सोमवार को देर शाम गन प्वाइंट पर कार लूटे जाने संबंधी कंट्रोल रूम पर पहुंची सूचना ने सेना व पंजाब पुलिस में हड़कम्प मचा दिया, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा भी और अधिकारियों समेत वारदात वाली जगह पर पहुंच गए तथा सी.पी. द्वारा गहराई से की गई जांच में कंट्रोल रूम पर दी गई सूचना पूरी तरह से झूठी पाई गई। मिली जानकारी के मुताबिक सुखवंत सिंह निवासी गांव धीना थाना सदर जालंधर अपनी पत्नी कुलविन्द्र कौर समेत अपनी आल्टो कार में फगवाड़ा से गांव धीना की तरफ जा रहा था।
रामा मंडी चौक के नजदीक पहुंचने पर उसने अमरीक सिंह नामक एक युवक से कंट्रोल रूम पर फोन करवा दिया कि 2 मोटरसाइकिलों पर सवार नकाबपोश 4 युवकों ने गन प्वाइंट पर रामा मंडी चौक के नजदीक उनकी आल्टो कार लूट ली है और उन्हें जान से मार देने की धमकियां देते वहां से फरार हो गए हैं। इसके बाद पहले एस.एच.ओ. कैंट गगनदीप सिंह घुम्मण और फिर ए.सी.पी. कैंट मनप्रीत सिंह ढिल्लों, ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र कुमार चड्ढा मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच शुरू की। पुलिस अधिकारी काफी देर तक वारदात वाली जगह पर ही जांच में लगे रहे और उसके बाद यह मामला थाना जालंधर कैंट पहुंच गया। आर्मी नाके पर भी लूट की सूचना के बाद सख्ती से चैकिंग की जानी शुरू कर दी गई थी। वहां लोगों की भी काफी भीड़ एकत्रित थी।
पुलिस को गुमराह करने पर पति-पत्नी समेत 5 पर केस दर्ज
पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की झूठी सूचना देकर पुलिस प्रशासन को गुमराह करने वाले सुखवंत सिंह व उसकी पत्नी कुलविन्द्र कौर समेत 5 लोगों पर आई.पी.सी. की धारा 182 का केस थाना कैंट में दर्ज कर लिया गया है, जिसकी पुष्टि ए.सी.पी. कैंट मनप्रीत सिंह ढिल्लों व एस.एच.ओ. गगनदीप सिंह घुम्मण द्वारा की गई है। नामजद आरोपियों में अमरीक सिंह व पंजाबी बाग निवासी अवतार सिंह तथा उसकी पत्नी भी शामिल हैं। पुलिस ने पांचों को काबू भी कर लिया है।
करीब 1 लाख रुपए की किस्तें थी बकाया
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अमरीक सिंह नामक युवक ने पुलिस कंट्रोल रूम पर सुखवंत सिंह के कहने पर कार लूटे जाने की झूठी सूचना इसलिए दी थी क्योंकि उन्होंने कार फाइनांस करवाई हुई थी व अपनी कार की करीब एक लाख रुपए की किस्तें कंपनी को नहीं दीं। फाइनांस कंपनी के लोग उनसे कार ले गए थे। सुखवंत सिंह का कहना था कि अगर पुलिस के पास लूट की सूचना जाएगी तो पुलिस फाइनांस कंपनी वालों पर बनती कार्रवाई करेगी लेकिन पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा द्वारा खुद की गई मामले की जांच ने सुखवंत सिंह की बनाई हुई झूठी योजना पर पानी फेर दिया।